पाकिस्तान सरकार ने माना है कि देश में आसमान छूती महंगाई की कुछ खास वजहों में से एक वजह भारत के साथ व्यापार पर लगी रोक भी है। इसके अलावा सरकार ने मौसम के बिगड़े तेवर और प्रांतीय सरकारों द्वारा बिचौलियों पर प्रभावी रोक नहीं लगा पाने को भी देश में मंहगाई के बेतहाशा बढ़ने के कारणों में गिनाया है। संघीय कैबिनेट की बैठक के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस में मंगलवार को प्रधानमंत्री के आर्थिक मामलों के सलाहकार डॉ. अब्दुल हफीज शेख और आर्थिक मामलों के मंत्री हम्माद अजहर ने यह बात कही। उन्होंने दावा किया कि देश में मंहगाई की मार अगले दो महीनों में कम हो जाएगी।
अजहर ने कहा कि मौजूदा महंगाई, विशेषकर खाने-पीने की चीजों के दाम में बढ़ोतरी की एक बड़ी वजह भारत के साथ इस वक्त व्यापार का नहीं होना है। उन्होंने कहा कि इसके साथ मौसम के रुख में बदलाव और बिचौलियो पर लगाम का नहीं लग पाना भी इसकी बड़ी वजहों में शामिल है।
अजहर ने कहा कि महंगाई पर काबू पाने के लिए प्रांतीय सरकारों से लोगों को ‘सस्ता बाजार’ मंच को उपलब्ध कराने और मजिस्ट्रेट व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि जनवरी-फरवरी से महंगाई घटनी शुरू हो जाएगी।
गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट बहुत बढ़ गई है। आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाते हुए भारत ने पाकिस्तान से आने वाले कई सामानों पर शुल्क बहुत बढ़ाकर उनकी भारतीय बाजार तक पहुंच मुश्किल बना दी, साथ ही पाकिस्तान को दिया गया तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस ले लिया। उधर, पांच अगस्त को कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के भारत के फैसले के विरोध में पाकिस्तान सरकार ने भारत से व्यापार रोक दिया। अब, खुद पाकिस्तान सरकार मान रही है कि भारत के साथ व्यापार नहीं होने से देश में महंगाई बढ़ी है।
ऐसी बहुत सी वस्तुएं हैं जिन्हें पाकिस्तान के लिए कहीं और से मंगाने की तुलना में पड़ोस में होने के कारण भारत से मंगाना सस्ता पड़ता है।