अक्सर हम यह देखते हैं कि दांतों को साफ करते समय हमारे दांतों में खून आने लगता है। यह हमारे लिए बहुत ही बड़ी चिंता का विषय बना जाता है क्योंकि सुन्दर और सफ़ेद दांतों की ख्वाइश हर कोई रखता है।
दांतों को स्वस्थ रखने के उपाय अनेक होते हैं लेकिन इनमें से कौनसे सबसे उचित और कारगार होते हैं यह जानना अत्यधिक आवश्यक होता है।
मसूड़ों में खून आने के कारण
दांतों या मसूड़ों में से खून निकलना दांतों के सड़ने का सर्वप्रथम सन्देश होता है। आइये जानते हैं कि इसके क्या कारण हो सकते हैं।
- जिनजिवाईटिस: यदि आप सही तरीके से अपने दांतों की सफाई नहीं करते हैं तो आपके दांतों में प्लाक जमा हो जाता है। इस प्लाक के जमा होने से ही जिनजिवाईटिस की समस्या होती है जिसके कारण दांतों और मसूड़ों में सूजन और सडन हो जाती है।
- पेरिओदोन्तिस: जब जिनजिवाईटिस का इलाज नहीं किया जाता है तो यह बढ़ जाता है और पेरिओदोन्तिस कहलाता है। इसके आपके दांतों और मसूड़ों में संक्रमण पैदा हो जाता है और आपके दांत ख़राब होकर टूट भी जाते हैं।
- विटामिन सी और विटामिन के की कमी
- गर्भावस्था के दौरान होर्मोन में बदलाव
- हेमोफिलिया और लयूकेमिया जैसी समस्याएं
मसूड़ों में खून के लक्षण
- मसूड़ों में सूजन और लाली
- दांतों से दूर जाने वाले मसूड़े
- सांस में बदबू या मुँह में गन्दा स्वाद
- दांतों का हिलना
- मसूड़ों और दांतों में पस का जमा हो जाना
- दांतों और मसूड़ों से खून आना
मसूड़ों में खून आने के उपाय
1. नींबू का रस
नींबू को इनके एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के कारण इस्तेमाल किया जाता है।
इसके एंटीबैक्टीरियल गुण के कारण दांतों में संक्रमण नहीं होता है और इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से मसूड़ों में सूजन की समस्या नहीं होती है।
सामग्री:
- 1 नीम्बू
- 1 कप पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- एक नीम्बू का रस निकाल लें।
- नीम्बू के रस को पानी के साथ मिला लें।
- इस मिश्रण से हर आहार के बाद कुल्ला करें।
इसे प्रतिदिन हर समय के आहार के साथ लें।
2. तेल से मालिश
तेल की मालिश से जिनजिवाईटिस और पेरिओदोन्तिस जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।
यह ऐसे एंटीओक्सीडैन्ट्स का भी उत्पादन करता है जो मुँह में मौजूद कीटाणुओं को मार देते हैं।
सामग्री:
- 1 बड़ा चम्मच तिल का तेल या नारियल का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- 10-15 मिनट के लिए तेल को अपने मुँह में रखकर चलायें।
इसे प्रतिदिन एक बार करें।
3. हल्दी
हल्दी अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है। इसमें मौजूद कर्कुमिन में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं।
सामग्री:
- 1 चम्मच हल्दी का चूर्ण
- 1/2 चम्मच नमक
- 1/2 चम्मच सरसों का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- नमक, हल्दी और सरसों के तेल को मिला लें।
- इस मिश्रण से अपने मसूड़ों की मालिश करें।
इसे प्रतिदिन दो बार करें।
4. अदरक
अदरक में जिन्जेरोल नमक यौगिक होता है जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ये सूजन और संक्रमण दोनों में ही राहत देता है।
सामग्री:
- कसा हुआ अदरक
कैसे इस्तेमाल करें?
- अदरक को कस लें और उसका रस निकाल लें।
- इससे मसूड़ों की मालिश कर लें।
- इसे 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें।
इसे प्रतिदिन एक से दो बार करें।
5. एलो वेरा
एलो वेरा अपने चिकित्सीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के कारण सूजन और खून निकलने की शिकायत खत्म हो जाती है और इसके एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण संक्रमण नहीं रहता है।
सामग्री:
- 1/2-1 चम्मच एलो वेरा जेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- अपनी उँगलियों पर एलो वेरा जेल लेकर दांतों और मसूड़ों में लगा लें।
इसे प्रतिदिन दो से तीन बार करें।
6. बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुँह में मौजूद बैक्टीरिया को मार देते हैं और मसूड़ों में खून की शिकायत को खत्म कर देते हैं। ये आपके मुँह का पीएच भी संतुलित रखता है और दांतों में प्लाक भी उत्पन्न नहीं होने देता है।
सामग्री:
- 1 चम्मच बेकिंग सोडा
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- बेकिंग सोडा को गर्म पानी में डाल लें।
- इस पानी से थोड़ी थोड़ी देर में कुल्ला करें।
- आप बेकिंग सोडा को अपने दांतों पर सीधा भी रगड़ सकते हैं।
इसे प्रतिदिन दो से तीन बार करें, विशेषकर खाने के बाद।
7. सेंधा नमक
सेंधा नमक में मौजूद मैग्नीशियम दांतों की सूजन से लड़ने के साथ साथ संक्रमण भी दूर करता है।
सामग्री:
- 2 बड़े चम्मच सेंधा नमक
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- सेंधा नमक को गर्म पानी में डाल लें।
- इस मिश्रण को कुल्ला करने के लिए इस्तेमाल करें।
इसे प्रतिदिन एक से दो बार करें।
8. सरसों का तेल
सरसों के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मसूड़ों की सूजन और संक्रमण को दूर करते हैं।
सामग्री:
- 1/2 चम्मच सरसों का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- सरसों के तेल से अपने मसूड़ों की मालिश कर लें।
- इसे 5-10 मिनट लगा रहने दें फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें।
इसे प्रतिदिन दो बार करें।
9. नीम
नीम को काफी समय से उसके चिकित्सीय गुणों के कारण इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
सामग्री:
- 1-2 नीम की पत्तियां
कैसे इस्तेमाल करें?
- नीम की पत्तियां चबा लें।
- आप नीम युक्त टूथपेस्ट या माउथवाश भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसे प्रतिदिन खाने के बाद इस्तेमाल करें। नीम मसूड़ों से खून आने की समस्या को दूर करेगा और मसूड़ों को मजबूत बनाता है।
10. सेब का सिरका
सेब का सिरका प्राकृतिक एंटीमाइक्रोबियल एजेंट होता है जो संक्रमण से लड़ने के काबिल होता है। इसमें मुख्य रूप से एसिटिक एसिड पाया जाता है जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
सामग्री:
- 1 चम्मच सेब का सिरका
- 1 कप गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- सेब के सिरके को गर्म पानी में मिला लें।
- इस मिश्रण से कुल्ला कर लें।
इसे प्रतिदिन कम से कम एक बार इस्तेमाल करने से मसूड़ों से खून आने की समस्या कम हो सकती है।
11. नारियल का तेल
नारियल का तेल अपने चिकित्सीय गुणों के कारण दांतों के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं।
सामग्री:
- 1 बड़ा चम्मच नारियल का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- नारियल के तेल को अपने मुँह में डालकर 5-10 मिनट तक घुमाएं।
इसे प्रतिदिन एक बार इस्तेमाल करें।
12. टूथपेस्ट
अच्छा फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट इस्तेमाल करने से दांतों के बैक्टीरिया और जमा हुआ प्लाक साफ़ हो जाता है।
सामग्री:
- फ्लोराइड टूथपेस्ट
कैसे इस्तेमाल करें?
- एडीए के द्वारा प्रमाणित फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से अपने दांतों की सफाई करें।
प्रतिदिन दो बार खाना खाने के बाद टूथपेस्ट से दांतों की सफाई करें।
13. नमक पानी का कुल्ला
नमक में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो दांतों की समस्या को दूर करते हैं।
सामग्री:
- 1 चम्मच नमक
- 1 गिलास गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- नमक को गर्म पानी में डालकर मिला लें।
- इससे कुल्ला करें।
इसे प्रतिदिन 2-3 बार इस्तेमाल करें।
14. शहद
शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और दांतों की समस्याओं के लिए ये एक निश्चित उपाय होता है। इसमें चिकित्सीय और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
सामग्री:
- शहद
कैसे इस्तेमाल करें?
- उँगलियों पर थोडा सा शहद लेकर मसूड़ों की मालिश करें।
इसे प्रतिदिन कम से कम दो बार इस्तेमाल करें।
15. टी बैग
टी में टैनिक एसिड नामक यौगिक पाया जाता है जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।
सामग्री:
- 1 टी बैग
- गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- टी बैग को 10-15 मिनट के लिए गर्म पानी में डाल दें।
- इसे हटा दें और ठंडा होने दें।
- इसे अपने मसूड़ों पर 5 मिनट तक रखकर छोड़ दें।
इसे प्रतिदिन एक से दो बार इस्तेमाल करें।
16. दूध
दूध में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन के पाया जाता है और मसूड़ों और दांतों को स्वस्थ रखता है।
सामग्री:
- 1 कप गर्म दूध
कैसे इस्तेमाल करें?
- जब आपके मसूड़ों से खून निकलने लगे तो दूध पी लें।
इसे प्रतिदिन एक से दो बार लें।
ध्यान रखें
दूध पीने के बाद ब्रश अवश्य कर लें अन्यथा प्लाक बनने लगता है।
17. लाल मिर्च पाउडर
लाल मिर्च में कैप्सैसिन नामक यौगिक पाया जाता है जिसमें दर्द निवारक गुण होते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
सामग्री:
- 1 चुटकी लाल मिर्च पाउडर
कैसे इस्तेमाल करें?
- अपने टूथब्रश को गीला करें और उसपर लाल मिर्च पाउडर डाल लें।
- इससे दांत साफ़ करें।
इसे प्रतिदिन एक से दो बार लें।
18. क्रेन्बेरी जूस
क्रेन्बेरी जूस में फेनोलिक कंपाउंड्स मौजूद होते हैं जिनमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। यही कारण है कि क्रेन्बेरी जूस दांतों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
सामग्री:
- 1 कप बिना शक्कर युक्त क्रेन्बेरी जूस
कैसे इस्तेमाल करें?
- बिना शक्कर वाले क्रेन्बेरी जूस को पी लें।
इसे प्रतिदिन एक बार लें।
19. विटामिन्स
मसूड़ों में खून अक्सर विटामिन सी और विटामिन के की कमी के कारण भी निकलने लगता है। इसी कारण से यह ज़रूरी होता है कि आप अधिक विटामिन युक्त पदार्थों का सेवन करें। इनमें हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल, बेरी, मटर, अंकुरित अनाज, मछली, मीट और अंडे शामिल होते हैं। इसके अलावा अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर यह जांच करवा लें कि आपके शरीर में विटामिन्स की कमी है या नहीं और उसके अनुसार ही सप्लीमेंट लें।
20. आवश्यक तेल
टी ट्री ओइल
टी ट्री ओइल में शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जिससे आपके दांतों का संक्रमण ठीक हो जाता है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
सामग्री:
- 1-2 बूँद टी ट्री ओइल
- 1 चम्मच नारियल का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- टी ट्री ओइल और नारियल के तेल को मिला लें।
- इस मिश्रण को धीरे धीरे अपने मसूड़ों पर मलें।
- इसे 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें।
- अच्छी तरह कुल्ला कर लें।
इसे प्रतिदिन दो बार इस्तेमाल करें।
लौंग का तेल
इसमें फेनोलिक यौगिक मौजूद होते हैं जो इसे एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण प्रदान करते हैं।
सामग्री:
- 2 बूँद लौंग का तेल
- 1 चम्मच नारियल का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
- लौंग के तेल को नारियल के तेल के साथ मिला लें।
- इस मिश्रण को सीधा अपने मसूड़ों पर लगा लें।
- इसे 5-10 मिनट के लिए लगा रहने दें।
इसे प्रतिदिन कम से कम दो बार इस्तेमाल करें।
अन्य जरूरी टिप्स
- अपने दांतों को रोज़ दो बार खाने के बाद ब्रश करें।
- मुलायम बालों वाला ब्रश इस्तेमाल करें।
- ज्यादा जोर से ब्रश न करें क्योंकि इससे आपके दांत खराब हो सकते हैं।
- प्लाक निकालने के लिए रोजाना फ्लॉस करें।
- दांतों में खून रोकने के लिए कुछ ठंडा लगायें।
- धूम्रपान और तम्बाकू छोड़ दें।
- योगर्ट, क्रेन्बेरी, ग्रीन टी, सोया, अदरक और लहसुन का सेवन करने से आपके दांत स्वस्थ रहते हैं।
इस लेख में हमनें मसूड़ों से खून आने की समस्या से जुड़े विभिन्न पहलुओं को जाना।
यदि इस विषय में आपके कोई सवाल या सुझाव हैं, तो आप कमेंट के जरिये हमसे पूछ सकते हैं।
mere daanton mein brush karte samay khoon aate hain aise me main unhe theek se saaf nahin kar paata mujhe kyaaa krnaa chaahiye?