महाराष्ट्र में इन दिनों मराठा आंदोलन की आग फैली हुई है। थोड़े समय पहले शुरू हुए मराठा आरक्षण आंदोलन पर अभी तक सरकार विराम लगाने में नाकाम रही है एवं परिणाम स्वरुप आंदोलन और तीव्र हो गया।
सरकार के कई प्रयासों के बावजूद आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा। इसके चलते कई जगह तो बंद एवं धारा 144 लगाने तक की कवायद हो चुकी है।
बता दे कि, मराठा समुदाय अपने लिए शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहा है।
परन्तु सरकार बार बार उन्हें आश्वासन के अलाव कोई ठोस चीज़ नहीं दे रही है। सरकार के मुताबिक उनकी तरफ से बातचीत के द्वार हमेशा खुले है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आन्दोलनकर्त्ता से शांति की भी अपील करी।
बहरहाल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आंदोलन पर अपनी राय रखते हुए कहा कि सरकार नवंबर तक कोशिश करेगी कि आरक्षण से जुडी सब दिक्कते परेशानियां दूर हो जाये।
अपने ब्यान में मुख्यमंत्री ने कहा कि, “हमारी सरकार ईमानदारी के साथ समुदाय की समस्याओं पर ध्यान दे रही है। मैं समुदाय के नेताओं से जिलों में लागू की योजनाओं की निगरानी की अपील करता हूं और यदि कोई कमियां हैं तो उन्हें सरकार के ध्यान में लाया जाए। हमारी सरकार ईमानदारी के साथ समुदाय की समस्याओं पर ध्यान दे रही है। मैं समुदाय के नेताओं से जिलों में लागू की योजनाओं की निगरानी की अपील करता हूं और यदि कोई कमियां हैं तो उन्हें सरकार के ध्यान में लाया जाए।”
इसके अलावा उन्होंने हाल ही में हुई आत्महत्याओं पर शोक प्रकट करते हुए युवाओं से दरख़्वास्त की है कि, “मैं युवाओं से आत्महत्या नहीं करने की अपील करता हूं। कृपया आगे आयें और सरकार के साथ (अपने मुद्दों) पर चर्चा करें। यदि कोई कमी है तो उसे सरकार के साथ साझा करें और इन कमियों को दूर करने के लिए सभी प्रयास किये जायेंगे।”