पाकिस्तान में एक और मामला मीडिया पर नियंत्रण का सामने आया है, जिसके तहत मरयम नवाज़ के पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल पर चल रहे इंटरव्यू को चन्द लम्हों बाद इसे जबरन बंद करा दिया गया था। पूर्व प्रधानमन्त्री की पुत्री ने एक सभा के दौरान भाषण दिया था और इसके लिए प्रसारण के बाद ही कुछ चैनल को नोटिस थमा दिया गया था।
मीडिया पर सेंसरशिप
हम न्यूज़ के साथ कार्यरत पाकिस्तानी एंकर नदीम मलिक ने ट्वीट किया कि “मुझे पता चला कि लाइव प्रसारण के चंद लम्हों बाद ही मरयम नवाज़ के इंटरव्यू को जबरन बंद करवा दिया गया था।” इस न्यूज़ चैनल ने इस कार्रवाई के बाद ही ट्वीटर पर एक ट्वीट किया था।
हम न्यूज़ के एक ट्वीट के मुताबिक, हम न्यूज़ एक मुक्त और जिम्मेदार मीडिया पर यकीन करता है। अभिव्यक्ति की आज़ादी का संरक्षण हमारे मूल मूल्यों में से एक है। साथ ही हम अपने संजातीय मूल्यों और संविधान के तहत हम न्यायपालिका के सम्मान और गौरव के लिए खड़े हैं।
हालाँकि यह इंटरव्यू मलिक के ट्वीटर हैंडल पर बरक़रार था। इसके बाद पाकिस्तान के तीन नेस चैनलो को बंद कर दिया गया था। इन चैनलो को बंद करने का आदेश पाकिस्तानी विभाग ने दिया था और मरयम नवाज़ ने इसे फासीवादी और शर्मनाक करार दिया था।
खबरों के मुताबिक, तीन टीवी चैनलो चैनल 24, अब तक और कैपिटल टीवी को मरयम नवाज़ की लाइव स्पीच प्रदर्शित करने के करान बंद करने के आदेश पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने दी थी।
भाषण के दौरान मरयम में एक जज अरशद मलिक की विडियो को जारी किया था जिसमे वह कह रहे थे कि अल अजीजिया मामले में नवाज़ शरीफ के खिलाफ सबूतों का अभाव है और शरीफ को आरोपी ठहराने के लिए उन्हें ब्लैकमेल किया गया था।
बीते 1 जुलाई को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमन्त्री आसिफ अली ज़रदारी का इंटरव्यू एक वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने लिया था और इसके जिओ चैनल पर प्रसार की चंद मिनटों बाद इसे बंद कर दिया गया था।