Sat. Nov 23rd, 2024

    पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आ रही है। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से सबसे पहले बागी हुए विधायक शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के खिलाफ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने वाले हैं। माना जा रहा है कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी की अच्छी पकड़ है लेकिन वहीं शुभेंदु अधिकारी ममता को खुली चुनौती देते नजर आ रहे हैं। अभी मुकाबला काँटे की टक्कर का होने जा रहा है। नंदीग्राम शुभेंदु अधिकारी का ही गढ़ है और ममता बनर्जी भी उसी सीट से चुनाव लड़ेंगी।

    पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की जंग बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच है। तृणमूल कांग्रेस जहां जीत की हैट्रिक लगाने और अपना गढ़ बचाने की मंशा से चुनाव लड़ रही है वहीं बीजेपी ममता बनर्जी से उनका गढ़ छीनने की फिराक में है। दोनों ही पार्टियाँ इन चुनावों के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं। ऐसे में शुभेंदु और ममता बनर्जी का आमने सामने आना राजनीतिक मायनों में काफी अहम माना जा रहा है। इस लिहाज़ से नंदीग्राम सीट बंगाल विधानसभा चुनावों में काफी महत्वपूर्ण हो गई है।

    शुभेन्दु अधिकारी का कहना है कि वो ममता बनर्जी को हराकर ही रहेंगे। शुभेन्दु अधिकारी सबसे पहले तृणमूल का दामन छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं में से हैं। उन्होंने नंदिग्राम से बीजेपी को जीत दिलाने को अपना लक्ष्य मान लिया है। हालांकि बीजेपी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। संभव है कि 7 मार्च को होने वाली बैठक के बाद बीजेपी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है।

    शुभेंदु तृणमूल में रहते हुए ममता बनर्जी के काफी करीबी नेताओं में से एक माने जाते रहे हैं। लेकिन पार्टी से बगावत के बाद वे तृणमूल कांग्रेस पर हमेशा आक्रामक रहने लगे हैं। बीजेपी में शामिल होने के बाद शुभेंदु का ये पहला चुनाव है और वो भी ममता बनर्जी के खिलाफ। इस तरह नंदीग्राम सीट काफी महत्वपूर्ण हो चुकी है। सिर्फ शुभेंदु अधिकारी ही नहीं बल्कि उनके पिता भी तृणमूल कांग्रेस से नाराज नजर आ रहे हैं। उनके पिता के तृणमूल कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण पद पर थे लेकिन पार्टी ने उन्हें उनके पद से बर्खास्त किया। साथ ही उनके पिता शिशिर अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस से कोई भी उनसे संबंध नहीं रखना चाह रहा है।

    कयास लगाए जा रहे हैं कि शिशिर अधिकारी भी जल्द ही बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। शुभेंदु अधिकारी और उनके भाई भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। उनके पिता शिशिर अधिकारी तृणमूल कांग्रेस से पद से बर्खास्त होने के बाद बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि अधिकारी की आत्मा बीजेपी की तरफ है। वहीं शिशिर अधिकारी ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से भी अधिकारी परिवार से संपर्क रखने पर पाबंदी लगाई है। और कहा है कि इन से संबंध रखने वाले व्यक्ति को पार्टी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। अधिकारी परिवार के तीनों ही लोग लंबे समय से राजनीति में रहे और एक अच्छा खासा दबदबा रखते हैं। ऐसे में उनका ममता बनर्जी को चुनौती देना महत्वपूर्ण माना जा सकता है।

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