तेलंगाना में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा दांव चला जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। इस रैली में जहाँ प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जोरदार हमले किये वही अन्य क्षेत्रीय दलों पर नरम रुख दिखाया। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि कांग्रेस जहाँ से जाती है वहां जनता उसे दोबारा घुसने नहीं देती।
प्रधानमंत्री ने यूपी, बिहार और बंगाल का जिक्र करते हुए कहा ‘कांग्रेस जहाँ से भी गई है जनता ने उसे वहां दोबारा घुसने नहीं दिया है। बिहार में देख लो, लालू चलेंगे लेकिन कांग्रेस नहीं। बंगाल में देख लो ममता बनर्जी चलेंगी, कम्युनिस्ट चलेंगे लेकिन कांग्रेस लोगों को स्वीकार नहीं। कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश में है, वहां मायावती चलेंगी, अखिलेश चलेंगे लेकिन कांग्रेस नहीं चलेगी।’
उन्होंने कहा कांग्रेस एक एक कर पुरे देश से बाहर हो गई है। उसकी ताकत क्षेत्रीय पार्टियों से भी कम है। प्रधानमंत्री तेलंगाना के निजमाबाद में रैली को सम्बोधित कर रहे हैं।
मोदी के भाषण में मायावती, अखिलेश और ममता बनर्जी का जिक्र अक्सर होता है लेकिन जिस तरह कांग्रेस के मुकाबले उनकी तारीफ़ की गई उसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। राजनितिक विश्लेषकों का मानना है कि ये महागठबंधन में कांग्रेस की छत्रछाया में इकठ्ठा होने वाले दलों को कांग्रेस से दूर करने की रणनीति है।
एक तरह से प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की कमजोरियों को गिना कर क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस से गठबंधन के प्रति आगाह कर रहे हैं। हालांकि ये भी एक तथ्य है कि ये सभी क्षेत्रीय दल वर्तमान में घोर मोदी विरोधी है। और किसी भी सूरत में 2019 में इसमें से किसी का भी भाजपा के साथ आने की दूर दूर तक गुंजाइश नहीं है। ऐसे में प्रधानमंत्री की कोशिश है कि अगर वो भाजपा के करीब नहीं आ सकते तो उन्हें कांग्रेस से दूर कर दिया जाए।