भाजपा ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राज्य मंत्री और जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के नेता सिद्दीकुल्ला चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने को लेकर निशाना साधा, जिन्होंने धमकी दी थी कि अगर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को फौरन वापस नहीं लिया जाता तो वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्य में आने पर हवाईअड्डे से बाहर नहीं निकलने देंगे। प्रदेश भाजपा महासचिव सायंतन बसु ने आरोप लगाया कि ‘राज्य में भारतीय संविधान नहीं बल्कि शरिया कानून लागू है’ और मंत्री को उनकी धमकी को पूरा कर दिखाने की चुनौती दी।
बसु ने आईएएनएस को बताया, “पश्चिम बंगाल में शरिया कानून लागू है। भारतीय संविधान इस राज्य में लागू नहीं है। राज्य पश्चिमी बांग्लादेश बन रहा है।”
बनर्जी पर निशाना साधते हुए बसु ने कहा कि उन्होंने (बनर्जी) राज्य के पुस्तकालय सेवा मंत्री चौधरी को हटाने के बारे में राज्यपाल से भी सिफारिश नहीं की है, जिन्होंने इस तरह की टिप्पणी खुले तौर पर की है।
बसु ने कहा कि उनकी पार्टी उन सभी बंगाली हिंदुओं को नागरिकता देगी जो शरणार्थी के रूप में राज्य में आए हैं।
उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल के बंगाली हिंदू शरणार्थी बन गए थे। हम उन्हें नागरिकता दे रहे हैं। हम इसे करना जारी रखेंगे। अगर उनमें (चौधरी) हिम्मत हैं, तो उन्हें अमित शाह को रोकने दें। लेकिन, इसमें कोई दो राय नहीं है कि पश्चिम बंगाल में शरिया के नियम चल रहे हैं।”
जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के बैनर तले बुलाई गई एक जनसभा को संबोधित करते हुए इसके प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने नए नागरिकता कानून सीएए को मानवता के खिलाफ करार दिया था और कहा था कि उनका संगठन नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर एक लाख लोगों को इकट्ठा कर सकता है और जरूरत पड़ने पर शाह को हवाईअड्डे से बाहर निकलने से रोक सकता है।