महाराष्ट्र की सत्ता में बैठी राजनीतिक दल शिवसेना विधानसभा चुनाव 2021 लड़की नहीं रही है वह ममता बनर्जी के समर्थन में उतर गई है। शिव सेना के मुख्य प्रवक्ता ने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी को “बंगाल टाइग्रेस” करार देते हुए एकजुटता व्यक्त की है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 24 घंटे प्रचार करने से रोकने का फैसला भाजपा के इशारे पर लिया है। यह लोकतंत्र और देश के स्वतंत्र संस्थाओ की संप्रभुता पर सीधा सीधा हमला है, राउत ने ट्वीट में कहा है।
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने बंगाल टाइग्रेस करार देते हुए ममता बनर्जी के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
यह बयान पश्चिम बंगाल में चल रहे विधानसभा चुनाव 2021 के चौथे चरण के मतदान के बीच आया है। संजय राउत ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का फायदा उठाते हुए उसमें उम्मीदवार भाजपा पर सीधा निशाना लगाते हुए यह बयान दिया है। महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा और शिवसेना के बीच राजनीतिक षड्यंत्र और साजिशों की कहानियां तो सबने देखी ही है।
महाराष्ट्र की शिवसेना जो कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ना ही उम्मीदवार है और ना ही उनका दूर-दूर तक इससे कोई नाता है इसके बावजूद भी उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष दीदी की तरफ एक दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए यह बयान दिया है।
चुनाव आयोग ने सोमवार को ममता बनर्जी के केंद्रीय बलों और धार्मिक बयानों के खिलाफ उनकी टिप्पणी देने के कारण उन पर 24 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी गई है।
ममता बनर्जी दीदी ने सोमवार को कहा कि वह पोल पैनल के “संवैधानिक फैसले” के विरोध में मंगलवार को कोलकाता में धरना देंगी।
“भारत निर्वाचन आयोग के अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय के विरोध में मैं 13 अप्रैल दोपहर 12 बजे से कोलकाता के गांधी मूर्ति में धरना पर बैठूंगी। ” उन्होंने अपने ट्वीट में कहा