घर का ही जब कोई आदमी बगावत पर उतर जाए तो वो घर का कितना नुकसान कर सकता है यह बात मुकुल रॉय को देखकर समझा जा सकता हैं। ममता बनर्जी की लिए किसी जमाने में उनकी पार्टी के वफादार रहे मुकुल रॉय अब खुद ममता की लिए परेशानी की वजह बने हुए है।
जब से मुकुल तृणमूल कांग्रेस से अलग हुए है तबसे वो ममता पर जमकर निशाना साध रहे है। कल मुकुल ने ममता से अलग होने के बाद अपनी रैली में उनपर गंभीर आरोप लगाए। उन्होने कहा कि ममता वोट जीतने की लिए माइनोरिटी की राजनीति करती है। उन्होने इल्जाम लगाया कि ममता कि पार्टी ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है।
कांग्रेस को अपने ही अंदाज में आड़े हाथों लेते हुए मुकुल ने ये भी कह दिया कि तृणमूल कांग्रेस की ये पार्टी अब कोई राजनितिक पार्टी न रहकर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में तब्दील हो गयी है। बीजेपी का समर्थन करते हुए उन्होने ये कहा कि ममता कितनी भी माइनोरिटी की राजनीति कर ले, लेकिन जनता बीजेपी को ही अपना वोट देगी। क्यूंकि बंगाल अब बदलाव मांग रहा है।
कोलकाता में आयोजित मुकुल की इस रैली में कई नामी गिरामी लोग शामिल हुए, जैसे दिलीप घोष, कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली। उन्होने ममता सरकार को लापरवाह बताते हुए कहा है कि ममता को लोगों की कोई फ़िक्र नहीं हैं। लोग डेंगू से मर रहे हैं और सरकार सो रही हैं। लोगों की परेशानियां सुननें की बजाए ममता फिल्म फेस्टिवल होस्ट करने में लगी है। बंगाल में 80 से ज्यादा लोग डेंगू से मर चुके हैं लेकिन सरकार नाच गाने में व्यस्त है।
मुकुल यहीं नहीं रुके, उन्होने ममता के भतीजे पर भी जमकर बयानबाजी किया। रॉय ने कहा “हाल ही में फीफा अंडर 17 फुटबॉल टूर्नामेंट हुआ। इसको विश्व बांग्ला ग्रुप ने स्पॉन्सर किया। क्या आप जानते हैं कि ये विश्व बांग्ला ग्रुप क्या है? ये कोई सरकारी संस्था नहीं है। हकीकत में यह ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का ग्रुप है।”