लोक सभा चुनाव ज्यों ज्यों पास आ रहे हैl वैसे ही तमाम राजनैतिक दल सतर्क हो रहे हैंl किसी भी हालत में कोई भी दल चुनाव की तैयारी में कमी नहीं रखना चाहतेl इसी को लेकर इन दिनों बैठकों का दौर ज़ोरों पर हैl
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती हो या एनसीपी प्रमुख शरद पवार आम वक्त में यह दोनों एक दोनों के खिलाफ रहते है परन्तु चुनाव से ठीक पहले दोनों का मिलना जुलना एवं बातचीत का दौर चल रहा है.
सभी दल किसी भी हालात में 2019 के चुनाव के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहते एवं सब एकजुट होकर अपने मुख्य विरोधी भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला कर उसे परास्त करना चाहते हैl
इसी मक़सद के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता उमर अब्दुल्ला के साथ मुलाकात करीl
इस मुलाकात का मुख्य मक़सद देश में एक महागठबंधन बताया जा रहा हैl इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने बताया कि, “अगले लोकसभा चुनावों के लिए संभावित विपक्षी मोर्चा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी का भी नाम नहीं चुना जाना चाहिएl” साथ ही ममता बनर्जी ने बीजेपी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी पार्टियों से त्याग करने की अपील कीl
अपने ब्यान में ममता बनर्जी ने कहा कि, ”अगर अभी से ही हम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर देते हैं, तो ऐसा करने से यह भाजपा से लड़ने की क्षेत्रीय पार्टियों की एकजुटता को विभाजित कर देगाl”
नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता उम्र अब्दुल्लाह ने बताया कि, “हमारी ओर से प्रधानमंत्री कौन होगा, जल्दबाजी होगीl अभी के लिए हमारा प्रयास है कि हमें बीजेपी से लड़ना चाहिएl अगर हम आज पीएम पद के उम्मीदवार के नाम की चर्चा करना शुरू कर देते हैं तो इससे हमारे ऑब्जेक्टिव को नुकसान होगा, जिसे हम हासिल करना चाहते हैंl”