पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को उत्तरी बंगाल के पहाड़ी शहर के मध्य से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) व प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी के खिलाफ रैली निकाली। रैली में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले गोरखा और अन्य लोगों ने पांच किमी लंबे जुलूस में भाग लिया और इस दौरान लोग हाथों में तिरंगा थामे हुए थे।
यह भानुभक्ता भवन से चौक बजार तक निकाला गया। इसमें लोगों ने पारंपरिक रंग-बिरंगे परिधान पहने हुए थे और बहुत से लोग पारंपरिक वाद्य यंत्र बजा रहे थे।
रैली में नो एनआरसी, नो सीएए, नो एनपीआर के नारे लगाए गए और सीएए असंवैधानिक के पोस्टर व बैनर लिए हुए थे। यह रैली घुमावदार पहाड़ी गलियों से गुजर रही थी।
रैली मार्ग के दोनों तरह बड़ी संख्या में लोग खड़े थे जो रैली में शामिल लोगों को देख रहे थे।
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिनय तमांग गुट ने अपने समर्थकों के साथ रैली में भाग लिया।
उत्तर बंगाल की पहाड़ियों में मौजूद कुछ अन्य दलों ने रैली को नैतिक समर्थन दिया।