अहमदाबाद, 30 मई (आईएएनएस)| जब गुजरात सरकार अपने द्विवार्षिक हाई-प्रोफाइल वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इंवेस्टर्स के नौवें सत्र की तैयारी कर रही थी, वहां एक व्यक्ति अनुपस्थित थे।
जब सम्मेलन 18 जनवरी को शुरू हुआ, सड़क, परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी, रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मंडाविया महात्मा गांधी के मूल्यों और विचारों को फैलाने के लिए अपने सप्ताह भर की पदयात्रा में दो दिन की यात्रा कर चुके थे।
150 किलोमीटर की यात्रा के दौरान 150 गांवों का दौरा किया गया था।
मंडाविया ने उस दौरान कहा था, “पदयात्रा का थीम : गांधी के सिद्धांतों और मूल्यों की ओर है। और यह मार्ग अचानक नहीं चुना गया है। हमने मार्गो का चयन गांवों के जरिए किया है, जोकि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी के ‘बुनियादी या नई तालीम’ के बारे में बताती है।”
मंडाविया को मंगलवार को यूनिसेफ और अन्य के द्वारा महिलाओं के मासिक धर्म स्वच्छता के लिए उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
गुजरात से राज्यसभा सदस्य मंडाविया(45) को 2016 में मंत्रिपरिषद में केंद्रीय राज्यमंत्री के तौर पर शामिल किया गया था। वह 2012 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे और फिर 2018 में दोबारा राज्यसभा के लिए चुने गए।
गुजरात के भावनगर जिले के छोटे से गांव हनोल में एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्म लेने वाले मंडाविया 2002 में 28 वर्ष की उम्र में सबसे कम उम्र के विधायक बने थे।
पशुओं के प्रति उनके प्यार की वजह से उन्होंने गुजरात कृषि विश्वविद्यालय के दंतिवाड़ा परिसर से वेटेनरी साइंस की पढ़ाई की और बाद में राजनीतिक विज्ञान में परास्नातक की डिग्री हासिल की।