कांग्रेस की अगुवाई वाली मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार को कहा कि वह कई मौजूदा विभागों को मिलाकर एक अध्यात्म विभाग (आध्यात्मिक विभाग) बनाने जा रही है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के दौरान अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद आध्यात्मिक विभाग का गठन करेगी।
पिछली भाजपा सरकार द्वारा स्थापित आनंद विभाग को आध्यात्मिक विभाग में शामिल किया जाएगा।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग, आनंद विभाग, मध्य प्रदेश तीर्थ एवम मेला प्राधिकरण और राज्य आनंद संस्थान को मिला कर एक आध्यात्मिक विभाग का गठन किया जाएगा।
हिंदू वोटबैंक को लुभाने के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में संस्कृत को बढ़ावा देने, “राम पथ” विकसित करने का भी वादा किया था, जो कि पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम ने अपने निर्वासन के दौरान इस पथ पर गमन किया था। इसके अलावा गौशालाओं के स्थापना की भी घोषणा की गई थी।
चुनावों के दौरान भी कांग्रेस ने भाजपा के उग्र हिंदुत्व का मुकाबला अपने सॉफ्ट हिंदुत्व से करने की कोशिश की थी। भाजपा, कांग्रेस पर मुस्लिम परस्त होने का आरोप लगाती है जिसके जवाब में कांग्रेस ने हिन्दू वोट बैंक को लुभाने के लिए कई घोषणाएं की थी।