नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के बड़े हिस्से में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। मध्य प्रदेश में भी आंदोलनों का दौर जारी है। दूसरी ओर भाजपा ने राज्य में सीएए के समर्थन में माहौल बनाने के लिए अभियान चलाने का फैसला किया है। इसमें संचार माध्यमों का बेहतर इस्तेमाल किया जाएगा। यह अभियान नए साल पर एक जनवरी से 15 जनवरी तक चलेगा। इस अभियान में बड़ी जिम्मेदारी प्रवक्ताओं और समाचार माध्यमों से संवाद करने वालों को सौंपी गई है।ट
भाजपा का मानना है कि कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भ्रम फैला रही है। इन स्थितियों में जनता के बीच वास्तविकता को लेकर जाना भाजपा की जिम्मेदारी है। इसीलिए जनता के बीच बनाए जा रहे भ्रम को तथ्यों और तर्को के आधार पर दूर करने की रणनीति बनाई जा रही है।
भाजपा ने नागरिकता संशोधन कानून की वास्तविकता आमजन तक पहुंचाने और भ्रम को दूर करने की बड़ी जिम्मेदारी प्रदेश प्रवक्ता, पार्टी एवं मोर्चा के मीडिया प्रभारी, मीडिया पैनलिस्ट एवं सोशल मीडिया प्रभारियों को सौंपी गई है। ये लोग संचार माध्यमों के जरिए कानून की वास्तविकता आम जनता तक पहुंचाएंगे। साथ ही कांग्रेस की ओर से जो भ्रम फैलाया जा रहा है, उसे तथ्यों और तर्को के साथ खत्म करने का काम करेंगे।
पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक रामेश्वर शर्मा का कहना है, “वर्ग विशेष को अपना वोट बैंक मानने वाली कांग्रेस को खत्म होते जनाधार को लेकर चिंता है और यही कारण है कि वह भ्रम का वातावरण पैदा कर रही है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि सजगता के साथ जनता तक तर्क और तथ्य के आधार पर वास्तविकता पहुंचाने का काम करें।”
पूर्व मंत्री लालसिंह आर्य ने कांग्रेस पर सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस प्रारंभ से ही सामाजिक समरसता के ताने-बाने को नष्ट करना चाहती है। वह हमेशा वर्ग संघर्ष को बढ़ावा देकर अपने राजनीतिक हित साधने का काम करती आई है। लेकिन उसके मंसूबे कभी भी पूरे नहीं हो पाए।”
उन्होंने कहा, “नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कांग्रेस दलितों को भरमाने का प्रयास कर रही है। लेकिन हमें सजग होकर उसके मंसूबों को पूरा नहीं होने देना है। मीडिया, सोशल मीडिया और डोर टू डोर संपर्क कर कांग्रेस के भ्रम जाल को विफल करना है।”
भाजपा के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने आगामी अभियान को लेकर कहा, “नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कांग्रेस जनता को भ्रमित कर रही है। यह नागरिकता देने का अधिकार है। सीएए संविधान के अनुरूप है, लेकिन कांग्रेस उनका प्रस्तुतीकरण अलग तरीके से कर रही है। इस अधिनियम का अध्ययन कर सटीकता के साथ विरोधियों को जवाब देने का काम करना है। इसीलिए यह अभियान चलाया जा रहा है।”
भाजपा ने राजधानी में सोमवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें प्रदेश प्रवक्ता, पार्टी एवं मोर्चा के मीडिया प्रभारी, मीडिया पैनलिस्ट एवं सोशल मीडिया प्रभारियों को कांग्रेस के भ्रम का जवाब देने के लिए गुर सिखाए गए। उन्हें बताया गया कि कांग्रेस के रवैए को लेकर उन्हें कैसे और किस तरह के सवाल उठाने हैं, साथ ही कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए पूछना होगा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में प्रताड़ित हो रहे लोगों को देश में आने से क्यों रोकना चाहती है कांग्रेस। कार्यशाला में तीन देशों में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित हो रहे पीड़ितों पर केन्द्रित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई।