मध्यप्रदेश में किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में कई दुकान और गोदामों की जांच की गई और गड़बड़ी पाए जाने पर 20 विक्रेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए गए हैं।
सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार, अभियान के प्रारंभिक तीन दिनों में विभागीय जांच दलों ने 730 गोदामों, निर्माताओं और विक्रेताओं की संस्थानों का निरीक्षण कर 634 नमूने एकत्रित किए। इस दौरान 88 बीज विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। वहीं 20 विक्रेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
ज्ञात हो कि राज्य में दूध और दूध के उत्पादों में मिलावट के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान शुरू किया है। इसी तरह कृषि विभाग ने भी किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद और बीज दिलाने के मकसद से ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान शुरू किया है। यह अभियान 15 नवंबर से शुरू हुआ है और 30 नवंबर तक जारी रहेगा।
कृषि विभाग द्वारा इस अभियान के दौरान एक तरफ जहां किसानों को जागरूक किया जा रहा है, वहीं व्यापारियों से भी सहयोग मांगा जा रहा है।
राज्य के कृषि मंत्री सचिन यादव का कहना है, “इस अभियान को व्यापारियों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। यही कारण है कि व्यापारियों ने अपनी दुकान पर भी ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान के पोस्टर लगा लिए हैं और सरकार की मंशा के अनुसार काम करने का उन्होंने भरोसा दिलाया है।”