12 फरवरी को मध्य प्रदेश के चित्रकुट में स्कूल बस से दो जुड़वा भाईयों को अगवा कर लिया गया था। रविवार को उन दोनों भाईयों का शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से बरामद हुआ है। पुलिस ने बताया कि उन दोनों के शव पत्थर से बंधे हुए मिलें हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को एएनआई से बात की और कहा,”मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से आग्रह करता हूं कि वे यह मामला सीबीआई को सौंप दें ताकि जल्द से जल्द बच्चों और उनके परिवार वालों को इंसाफ मिल सके और साथ ही दोषियों को सजा मिल सके।”
दो अपहरणकर्ता मास्क पहनकर हाथ में बंदूक लिए स्कूल बस में चढ़े और एक बिजनेस मैन के दोनों बेटों को खींचकर ले गए। बस से प्राप्त सीसीटीवी फूटेज में उनके चेहरे साफ नहीं दिखें हालांकि कोशिश जारी है।
मध्य प्रदेश ने अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी करवाने वालों को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा है। चूंकि परिवार यूपी व मध्य प्रदेश के बार्डर पर रहता है इसलिए यूपी पुलिस ने भी मामले में मदद करने की पहल की है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार,”अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम मिल जाने के बाद उन्होंने बच्चों को मार दिया।”
सोमवार की सुबह शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, “मैं सोना चाहता हूं लेकिन राज्य में हुई घटना के कारण मेरे दिमाग शांत नहीं है, मैं चाह कर भी नहीं सो पा रहा हूं।”
पुलिस अधिकारी चंद्रशेखर के बताया कि, अपहरणकर्ताओं में एक इंजीनियरिंग का छात्र है और दूसरा स्थानीय बजरंग दल का नेता विष्णुकांत उर्फ छोटू है।
शिवराज सिंह ने बच्चों की हत्या का दोषी पुलिस विभाग को बताया है। उन्होंने कहा कि, पुलिस समय रहते मामले की जांच नहीं कर पाई जिस कारण बच्चों का जान गई। साथ ही यह भी कहा कि हत्यारों की कोई पार्टी, धर्म या जात नहीं होता है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बिजनेस मैन या उसके परिवार की किसी से आपसी रंजिश होगी, जिसकी कीमत उनके बच्चों को चुकानी पड़ी।