गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान समिति के प्रमुख हैं। 47 वर्षीय सिंधिया लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक भी हैं।
सिंधिया ने कई अवसरों पर जोर दिया है कि पार्टी को मुख्यमंत्री का चेहरा पेश करना चाहिए, ताकि चेहरा देख लोगों के मन से संशय दूर हो जाये और वो पार्टी को वोट देने के लिए अपना मन बना सके। पार्टी ने ऐसा नहीं किया, लेकिन बाद में कहा कि यदि वह सत्ता की बात आती है तो राज्य कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ या सिंधिया में से किसी एक को मुख्यमंत्री चुना जाएगा।
सिंधिया ने एक इंटरव्यू में चुनाव से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए।
जब उनसे पूछ गया कि क्या कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है तो उन्होंने कहा कि ‘हाँ कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है और हम एक साथ मिलकर भाजपा को हराएंगे’। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस का हर कार्यकर्ता एक दुसरे की ताकत है। जनता भी इस बार हमारे साथ है। हमें पूरी उम्मीद है कि हम जीतेंगे और जनता से किये वादे पुरे करेंगे।
भाजपा ने मध्य प्रदेश में एक नया नारा लॉन्च किया है जिसमे ज्योतिरादित्य सिंधिया को निशाना बनाया गया है। भाजपा ने नारा दिया है ‘माफ़ करो महाराज, हमारा नेता तो शिवराज’ .. इस नारा के जरिये सिंधिया के राज परिवार से होने पर निशाना साधा गया है इस पर सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में एक ही महाराज है और वो हैं शिवराज। वो इतने राजसी हो गए हैं कि जनता से पूरी तरह कट गए।
सिंधिया ने भाजपा के इस नारे के जरिये राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी लपेट लिया और कहा कि भाजपा इस नारे पा प्रयोग राजस्थान में कर सकती है क्योंकि मध्य प्रदेश की जनता अपना मन बना चुकी है कांग्रेस को लाने के लिए।
मुख्यमंत्री पद के लिए गुटबाजी के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि ‘अभी पूरी पार्टी का फोकर भाजपा को हराना है। सब एकजुट हो कर भाजपा को हराएंगे उसके बाद पार्टी और विधायक ये तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा।’