भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सघुनंदन शर्मा ने कहा है कि अगर मध्य प्रदेश में नतीजे भाजपा के पक्ष में नहीं आये तो इसके लिए शिवराज सिंह चौहान का आरक्षण पर दिया बयान जिम्मेदार होगा। शर्मा ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।
ऐसे वक़्त में जब ओपिनियन पोल राज्य में भाजपा के हाथ से सत्ता जाने का इशारा कर रहे शर्मा के बयान से पार्टी में आपसी घमासान की संभावना पैदा हो गयी है।
उन्होंने कहा “जिस तरह से मुख्यमंत्री ने कहा ‘कोई माई का लाल आरक्षण ख़त्म नहीं कर सकता’, उससे जनता में नाराजगी फैली। अगर उन्होंने ये शब्द नहीं बोले होते तो हमें 10-15 सीटों का फायदा होता।”
उन्होंने आगे कहा “पार्टी ने गलतियाँ की होंगी लेकिन एग्जिट पोल भी गलत हो सकते हैं। कई बार वो उम्मीदों पर खड़े नहीं उतरते।”
हालाँकि शर्मा ने इस बात का भरोसा जताया कि मध्य प्रदेश में भाजपा की जीत होगी। उन्होनें कहा ‘हम 200 से ऊपर सीटें जीतेंगे लेकिन अगर हम पिछली बार जितनी सीटें भी सीटें तो भी हम संतुष्ट होंगे। लेकिन अगर हम वो भी हासिल नहीं कर पाए तो हम सबसे बड़ी पार्टी बनेंगे।”
मध्यप्रदेश के अधिकांश एग्जिट पोल ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच काफी नजदीकी मुकाबले की भविष्यवाणी की है। जन की बात, सी वोटर और पेस मीडिया जैसी एजेंसियों ने अनुमान लगाया है कि दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर होगी और दोनों पार्टियाँ बहुमत के करीब भी रह सकती है।
सीएनएक्स ने भाजपा को 126 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत दिया है जबकि कांग्रेस के 89 सीटों तक पहुँचने की संभावना जताई है। जबकि सीएसडीएस ने कांग्रेस को 126 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत और भाजपा को 94 सीटों तक पहुंचें का अनुमान जताया है।
राज्य में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा पिछले 15 सालों से सत्ता में है। इस बार सत्ता विरोधी लहर के चलते कांग्रेस को इस बार अपनी जीत का भरोसा है। राज्य में 28 नवम्बर को वोट डाले गए थे।