मध्यप्रदेश के दो युवकों के बैंक खातों से 274 करोड़ रुपये के लेन-देन के मामले की गुत्थी सुलझाने में आयकर विभाग जुट गया है। इस लेन-देन में हीरा कारोबार से जुड़ी कुछ कंपनियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। दोनों युवक इन खातों को फर्जी करार दे रहे हैं। पिछले दिनों भिंड निवासी रवि गुप्ता और रीवा के कपिल शुक्ला को बीते साल आयकर विभाग का नोटिस आया, जिससे उन्हें पता चला कि उनके खातों से करोड़ों का लेन-देन हुआ है। गुप्ता के खाते से 132 करोड़ रुपये और कपिल के खाते से 142 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ। इस पर आयकर विभाग ने गुप्ता को तीन करोड़ 49 लाख रुपये और कपिल को एक करोड़ छह लाख रुपये जमा करने का नोटिस भेजा।
उल्लेखनीय है कि रवि और कपिल दोनों इंदौर के एक कॉल सेंटर में काम करते थे। इसी दौरान वर्ष 2011 से 2012 के बीच ये खाते एक्सिस बैंक में खोलकर लेन-देन हुआ है। आयकर विभाग को आशंका है कि इस लेन-देन में हीरा कंपनी से जुड़े लोगों की भूमिका हो सकती है। यह रकम अलग-अलग कंपनियों के खातों से आई, मगर 10 करोड़ रुपये होने पर उसकी एकमुश्त निकासी की गई। दोनों बैंक खातों से लगभग छह माह की अवधि में यह राशि निकाली गई।
रवि बताते हैं कि मार्च 2019 में आयकर विभाग का नोटिस आया तो अपने स्तर पर जानकारी जुटाई, तो पता चला कि आयकर विभाग ने यह नोटिस एक अवैध बैंकिंग लेन-देन के मामले में भेजा है। रवि गुप्ता के नाम, पैन कार्ड और फोटो उपयोग कर किसी ने मुंबई के मलाड में एक्सिस बैंक की शाखा में फर्जी अकाउंट खोला है। जिसमें करीब 132 करोड़ रुपये का लेनदेन वर्ष 2011-12 में हुआ था। वहीं कपिल के खाते से 142 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ।”
रवि कहना है कि वह कभी मुंबई ही नहीं गया तो फिर कैसे बैंक ने बिना वेरीफाई किए यह खाता खोल दिया। रवि ने तो पुलिस और सीबीआई में भी शिकायत की है। रीवा का कपिल भी हैरान है कि उसका मुंबई में खाता कैसे खुल गया और इतनी रकम का लेन-देन कैसे हुआ। दोनों अपने को बेकसूर बता रहे हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है, “बैंक में खाते कैसे खुले, इसमें रकम किन-किन कंपनियों से आई और किन कंपनियों को भुगतान किया गया, इसकी जांच हो रही है। प्रारंभिक जांच में कुछ हीरा कंपनियों के नाम सामने आ रहे हैं। आगामी समय में दोनों युवकों से पूछताछ की जा सकती है।”