मध्यप्रदेश की राजधानी के मुख्य मार्ग पर चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा की जगह पूर्व मुख्यमंत्री व दिवंगत कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह की प्रतिमा स्थापित किए जाने की कोशिश के विरोध में आजाद के वंशज सामने आ गए हैं। आजाद के वंशज अमित आजाद ने 2 दिसंबर से अनशन की चेतावनी दी है।
नगर निगम ने बोर्ड ऑफिस से न्यू मार्केट की ओर जाने वाले मार्ग पर आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को हटाकर सड़क किनारे स्थापित किया था। उस जगह से आजाद की प्रतिमा हटाकर उस स्थान पर अब पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगा दी गई है, मगर इसका अनावरण पिछले दिनों टाल दिया गया था।
आजाद के स्थान पर अर्जुन सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की नगर निगम की कोशिशों का पिछले दिनों भाजपा ने विरोध किया था। अब आजाद के वंशज अमित आजाद अर्जुन सिंह की प्रतिमा के विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं।
अमित आजाद गुरुवार को लखनऊ से सामाजिक कार्यकर्ता हरपाल सिंह राणा के साथ भोपाल पहुंचे और राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर आजाद की प्रतिमा पूर्व स्थान पर ही स्थापित करने की मांग की। राज्यपाल ने मामले की जांच के साथ शहीद का सम्मान बरकरार रखने का आश्वासन दिया है।
आजाद के वंशज अमित आजाद का कहना है कि यातायात में बाधा होने की बात कहकर आजाद की प्रतिमा हटाई गई थी, तो क्या यातायात व्यवस्था ठीक हो गई है जो अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाई जा रही है? उस जगह आजाद की प्रतिमा ही स्थापित की जानी चाहिए। अमित ने चेतावनी दी है कि अर्जुन सिंह की प्रतिमा, जिसका अनावरण नहीं हुआ है उसे हटाया नहीं गया तो वह 2 दिसंबर से अनशन करेंगे।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय, तीन वर्ष पहले राजधानी के मुख्य मार्गो से आजाद, पं. दीनदयाल उपाध्याय, शंकरदयाल शर्मा, अग्रेसन महाराज और पं.उद्धवदास मेहता की प्रतिमा को हटाकर सड़क किनारे स्थापित किया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आजाद की प्रतिमा वाले स्थल पर अर्जुन सिंह की प्रतिमा स्थापित किए जाने पर ऐतराज जताते हुए कह चुके हैं, “क्रांतिकारी आजाद के साथ ऐसे कृत्य से मध्यप्रदेश शर्मिदा है। आजाद की प्रतिमा की जगह पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा लगाने का जिसने दुस्साहस किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो।”
सूत्रों के अनुसार, नगर निगम ने अर्जुन सिंह की 10 फुट ऊंची आदमकद प्रतिमा 11 लाख 95 हजार रुपये की लागत से बनवाई है, जिसका वजन 985 किलोग्राम है। इस प्रतिमा का अनावरण 11 नवंबर को प्रस्तावित था, मगर उस दिन अयोध्या में राम जन्मभूमि मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद राजधानी में निषेधाज्ञा लागू की गई थी, जिसके चलते अनावरण स्थगित कर दिया गया था।
नगर निगम के अधिकारी पसोपेश में पड़ गए हैं कि आखिर क्या किया जाए। फिलहाल अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण टल गया है।
सूत्रों के मुताबिक, नगर निगम अर्जुन सिंह की प्रतिमा स्थापित करने के लिए दूसरा स्थान तलाश रही है। ऐसा करके ही विवाद को बढ़ने से रोका जा सकता है।