बाल अधिकारों के लिए काम करने वाली वैश्विक संस्था यूनिसेफ के आह्वान पर ‘गो ब्लू’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत राज्य में कई इमारतों को नीले रंग में रंगा गया है और कई इमारतों को नीली रोशनी में नहलाया गया है। बच्चों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के मकसद से विश्व बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाएगा। समाज में बाल अधिकारों के प्रति जागृति और समर्पण का भाव पैदा करने के लिए यूनिसेफ ने ‘गो ब्लू’ अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के तहत राज्य में कई स्कूली इमारतों को नीले रंग में रंग दिया गया है, वही कई इमारतों पर नीले रंग की रोशनी की जा रही है। राजधानी स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की इमारत को पूरी तरह नीले रंग की रोशनी से रौशन किया गया है।
इसी तरह राजधानी के वीआईपी रोड, राजा भोज प्रतिमा के अलावा अन्य ऐतिहासिक इमारतों को भी नीले की रोशनी से रौशन किया जा रहा है।
यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी का कहना है, “समाज में बाल अधिकारों के प्रति जागृति लाने का यह एक तरीका है और इसमें लोगों की बड़ी संख्या में हिस्सेदारी है, जो बता रहा है कि बाल अधिकारों के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं।”
इसी तरह बाल अधिकारों के लिए काम करने वाली अनेक संस्थाएं जगह-जगह कार्यक्रम कर लोगों को बाल अधिकारों के प्रति जागृत कर रही हैं। कई टोली के सदस्यों ने तो नीले रंग की टी-शर्ट पहन रखी है और वे गली-गली तक अपना संदेश पहुंचा रहे हैं।