मध्य प्रदेश के हथकरघा उत्पादों को नया बाजार दिलाने के प्रयास जारी हैं। यहां की चंदेरी और महेश्वरी साड़ियां दुल्हनों की खास पसंद होती हैं, और अब हस्तशिल्प विकास निगम ने दूल्हों के लिए शेरवानी, सूट और टाई भी उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। निगम लंदन में भी मृगनयनी एम्पोरियम के लिए उपयुक्त स्थान तलाश रहा है। हस्तशिल्प विकास निगम की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हथकरघा को बाजार दिलाने के लिए लगातार कदम बढ़ा रहा है। इसी क्रम में वैवाहिक वस्त्रों की उपलब्धता की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
अब तक दुल्हन के लिए चंदेरी और महेश्वरी साड़ियां ही मृगनयनी एम्पोरियम में उपलब्ध रहती थीं। लेकिन अब दूल्हे के लिए शेरवानी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही शादी के बाजार में मिलने वाले सूट और टाई की विभिन्न वेरायटी भी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे। भोपाल के मिंटो हॉल में 22 जनवरी को रॉयल हैरीटेज कलेक्शन के अंतर्गत युवा वर्ग को आकर्षित करने के लिए इन परिधानों का विशेष शो भी आयोजित किया जाएगा।
हाथकरघा और रेशम संचालनालय, हस्तशिल्प विकास निगम, माटी कला बोर्ड और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की मंगलवार को भोपाल में हुई बैठक में इस वर्ष जबलपुर में नेशनल हैंडलूम एक्सपो आयोजित करने, होशंगाबाद में 16 जनवरी को शिल्प बाजार लगाने, तथा भोपाल के अलावा विभिन्न नगरों में पूरे वर्ष हस्तशिल्प मेले लगाने का निर्णय लिया गया।
राज्य के कुटीर और ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव की मौजूदगी में हुई बैठक में बताया गया कि हस्तशिल्प निगम ने विभिन्न प्रदेशों में एम्पोरियम खोलने के प्रयास किए हैं। इसके अलावा बैठक में गुजरात के केवड़िया स्थित एकता मॉल में एम्पोरियम शुरू करने के बाद प्रदेश में भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट पर मृगनयनी एम्पोरियम की स्थापना करने का निर्णय लिया गया।
निगम की तरफ से बताया गया है कि लंदन में भी एम्पोरियम के लिए उपयुक्त स्थान की तलाश की जा रही है, और सागर व छिंदवाड़ा में इस वर्ष एम्पोरियम प्रारंभ करने की कार्यवाही की गई है।
निगम की तरफ से बताया गया है कि खादी उत्पादों पर 20 प्रतिशत छूट को बढ़ाते हुए 10 प्रतिशत अतिरिक्त छूट प्रदान की जा रही है। खादी बोर्ड ने पीपीपी मोड में छिंदवाड़ा में खादी ग्रामोद्योग विक्रय केन्द्र शुरू किया है। खादी वस्त्रों को कबीरा ब्रांड दिया गया है। अब खादी वस्त्र इसी ब्रांड से बेचे जा रहे हैं। खादी को जीएसटी से भी मुक्त किया गया है।