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    KAMALNATH

    मध्य प्रदेश में भाजपा के 15 सालों के शासन को उखाड़ फेंकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्य के संभावित मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन्डियन एक्सप्रेस को दिए अपने पहले इंटरव्यू में राज्य के लिए नई सरकार की प्राथमिकताओं और 2019 में पार्टी की रणनीति पर खुल कर बात की।

    क्या ये विधानसभा चुनाव 2019 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल था? 

    नहीं, मुझे नहीं लगता कि ये सेमीफाइनल था। ये एक अनिवार्य हार थी भाजपा की… हमने 15 सालों के शिवराज सिंह चौहान सरकार के कुशासन से प्रदेश को मुक्त कराया। हमने समाज के हर वर्ग में सरकार के प्रति असंतोष की लहर देखी जिसके कारण ये हार हुई।

    ये भाजपा की संगठनात्मक शक्ति और धनबल के प्रयोग के कारण था। जीत का अंतर कम होने का एक कारण ये भी था कि विन्ध्य क्षेत्र में हमें वैसी सफलता नहीं मिल पायी जिसकी हमने उम्मीद की थी। इस क्षेत्र में भाजपा की संगठनात्मक शक्ति अपने पुरे चरम पर थी और हमारी तैयारी अच्छी नहीं थी। एक जोरदार लड़ाई में संगठनात्मक शक्ति बहुत मायने रखती है और अहम् भूमिका निभाती है।
    अब आपकी प्राथमिकताओं क्या होगी? मिसाल के तौर पर, आपने हाल ही में ट्वीट किया था कि मध्यप्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है, तो क्या वित्तीय मामलों की स्थिति सर्वोच्च प्राथमिकता होगी? 
    राज्य के वित्तीय हालत से मैं बहुत चिंतित हूँ। राज्य के संसाधनों को बढाने और सही तरीके से उनके इस्तमाल के विषय में हमें नए तरीके से सोचना होगा।
    आप केंद्रीय वाणिज्य मंत्री रह चुके हैं। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां क्या हैं जो आपको लगता है कि 2019 के आम चुनाव अभियान की मुख्य धुरी साबित होगी? 

    हम  राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री की गलतियों का खुलासा करेंगे। जिस तरह का जीएसटी वो लेकर आये हैं हम उसका विरोध करेंगे। नोटबंदी पर उन्होंने लोगों को गुमराह किया जिससे छोटे उद्द्योग और छोटे व्यापरी पूरी तरह से तबाह हो गए। उनमे आत्मविश्वास की कमी साफ़ नज़र आती है। लोग देख रहे हैं कि किस तरह से आज सीबीआई में दरार पड़ चुकी है। आरबीआई में दरार पड़ चुकी है। मोदी सरकार में समाज में दरार पड़ चुकी है।

    बसपा के साथ आपका चुनाव पूर्व गठबंधन सफल नहीं हो पाया लेकिन जिस तरह उन्होंने चुनाव बाद आपको सरकार बनाने के लिए सहयोग दिया क्या 2019 में कांग्रेस-बसपा गठबंधन कि संभावना है?

    लोकसभा चुनाव के लिए हम हर उस पार्टी के साथ गठबंधन करना चाहते हैं जो भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहती है। हमें याद रखना चाहिए कि 2014 में भाजपा को सिर्फ 31 फीसदी वोट मिले थे लेकिन उसने सबसे ज्यादा सीटें हासिल की थी।

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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