मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा में भील समाज को लेकर पूछे गए सवाल से विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दल के अलावा कांग्रेस के विधायक ने भी इस पर सवाल उठाया है। एमपीपीएससी द्वारा रविवार को प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की गई थी।
इस परीक्षा में भील समाज की निर्धनता को लेकर एक गद्यांश दिया गया और सवाल पूछे गए। सवाल में कहा गया, ‘आय से अधिक खर्च होने पर वे आर्थिक तौर पर विपन्न होते हैं।’ निर्धनता का कारण आपराधिक प्रवृत्ति को भी बताया गया था, साथ ही कहा गया कि इसके चलते वे अपनी सामान्य आय से देनदारियों पूरी नहीं कर पाते।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस सवाल पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया है। उन्होंने कहा, “आदिवासियों का देश की आजादी के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ये हमारी संस्कृति के रक्षक हैं।
पीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र में भोले भाले भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया जाना शर्मनाक और सम्पूर्ण आदिवासी समाज का अपमान है। कमलनाथ तत्काल दोषियों पर कार्रवाई करें।”
कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने भी पीएससी के सवाल पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया, “भील समाज पर प्रदेश शासन के प्रकाशन पर अशोभनीय टिप्पणी से आहत हूं।
अधिकारी को तो सजा मिलनी ही चाहिए, परंतु मुख्यमंत्री को भी सदन में खेद व्यक्त करना चाहिए। आखिर वह प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। इससे अच्छा संदेश जाएगा।”