इराक के उप प्रधानमंत्री ने गुरूवार को कहा कि “मध्य पूर्व में तनाव होने पर इराक किसी का भी पक्ष नहीं लेगा।” अमेरिका और ईरान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। इराक के तेल मंत्री और उप प्रधानमंत्री थामेर गढ़बन ने लंदन ने कहा कि “हम अन्यों के खिलाफ कुछ देशों या किसी पार्टी के गठबंधन के साथ हम शामिल नहीं होंगे।”
सीडब्ल्यूसी इराक पेट्रोलियम कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि “मध्य पूर्व के हालिया घटनाओं विशेषकर ओमान की खाड़ी में, यह क्षेत्र की शांति के लिए एक गंभीर खतरा है और होर्मुज जलमार्ग के जरिये तेल टैंकरों को भेजने में बाधा आ रही है।”
हाल ही में ईरान की सेना ने अमेरिका के निगरानी ड्रोन को मार गिराया था। इसकी कीमत 10 करोड़ डॉलर थी और इससे संकट मजीद बढ़ गया था। खाड़ी में तेहरान और वांशिगटन के बीच तनाव के बढ़ने के कारण संकट के बादल मंडराने लगे हैं। 14 मई को सऊदी अरब की तेल पाइपलाइन पर हमला हुआ था लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुई थी।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “अमेरिका के साथ ईरान कभी भी जंग नहीं चाहता था। ईरान को क्षेत्र में तनाव बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं है और हम अमेरिका सहित किसी भी देश के साथ जंग नहीं चाहते हैं।”
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “अमेरिका के साथ ईरान कभी भी जंग नहीं चाहता था।” दोनों देशों के बीच काफी तनाव बढ़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि “ईरान को क्षेत्र में तनाव बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं है और हम अमेरिका सहित किसी भी देश के साथ जंग नहीं चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि “अमेरिका अधिकतम दबाव के जरिये ईरान की शांतिपूर्ण जनता के खिलाफ खुलेआम शत्रुता के बीज बो रहा है। पक्षपाती प्रतिबंधों को उन्होंने आतंकवाद का बर्बर एक्ट करार दिया है।”