मध्यप्रदेश की कॉंग्रेस सरकार ने गौ हत्या मामले में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की तरह ही तेज़ कार्यवाही का नज़ारा पेश किया है।
इसके तहत गौहत्या के एक मामले पर मध्यप्रदेश पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आरोपियों पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगा दिया है।
गौहत्या की यह घटना खांडवा में हुई। इस इलाके को सांप्रदायिक रूप से काफी संवेदनशील भी माना जाता है।
इस मामले पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने सबसे पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए गौ हत्या अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज़ किया, फिर जिला प्रशाशन की अनुमति लेकर इन आरोपियों पर रासुका के तहत कार्यवाही भी कर दी।
इस मामले में पहले दो आरोपियों नदीम और शकील को खरकली गाँव से गिरफ्तार किया गया था, जबकि तीसरे आरोपी आज़म को सोमवार की सुबह गिरफ्तार किया गया है।
जांचकर्ता पुलिस अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए यह भी बताया है कि घटनास्थल से गाय का मृत शरीर पाया गया है।
मोघट पुलिस के उपनिरीक्षक मोहन सींगोरे ने मीडिया को जानकारी देते हुए यह बताया है कि शुक्रवार को आज़म मौके से फरार हो गया था, ऐसे में बजरंग दल ने इलाके में उत्पात मचाने की धमकी दी थी। आज़म को गिरफ्तार करने के बाद ही स्थिति को काबू में लाया जा सका है।
पुलिस उपनिरीक्षक ने बताया है कि ये लोग गाय के मांस को दूध भरने के कंटेनर में लेकर जाते थे।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की कॉंग्रेस सरकार भी भाजपा की तर्ज़ में ही गौ सेवा में लगी हुई है। हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राज्य में 1 हज़ार नयी गौशालाओं के निर्माण की घोषणा की थी। इन गौशालाओं की देख-रेख का जिम्मा स्वयं राज्य सरकार के पास होगा।
वहीं राज्य के पशुधन मंत्री ने गाय संबंधी योजना के लिए धन एकत्रित करने के लिए लग्ज़री कारों पर टैक्स बढ़ाने की बात कही है।