नई दिल्ली, 22 मई (आईएएनएस)| ज्यादातर मतदाता भविष्य को लेकर आशावान हैं। आईएएनएस-सीवोटर सर्वेक्षण में आधे से अधिक प्रतिभागियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले एक साल में उनकी जिंदगी में और बेहतरी आएगी।
लगभग ऐसा ही आशावाद अप्रैल 11 से 19 मई के दौरान सात चरणों में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों में देखने को मिला था।
19 मई को हुए सर्वेक्षण में 12398 प्रतिभागियों में 57.90 फीसदी ने कहा कि उनका जीवन स्तर बेहतर होने जा रहा है। केवल 8.92 फीसदी लोगों ने कहा कि कोई बदलाव नहीं आएगा।
11 अप्रैल को, जिस दिन लोकसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हुआ था, 60.33 फीसदी लोगों ने आशावाद दिखाया था। पहले और अंतिम चरण के चुनाव के बीच इसमें महज तीन फीसदी की कमी आई।
हरियाणा, बिहार और ओडिशा के लोग सर्वाधिक आशावान दिखे जबकि पंजाब, केरल और असम में सबसे कम।
इसी के साथ 42.25 फीसदी लोगों ने कहा कि बीते एक साल में उनका जीवन सुधरा है जबकि 26.65 फीसदी लोगों ने कहा कि यह और बुरा हुआ है।