मध्य प्रदेश में अपनी चौथी पारी के लिए अहम लड़ाई लड़ रहे शिवराज सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में मंदिर से ज्यादा मुख्य मुद्दा है विकास। टाइम्स ऑफ़ इंडिया अखबार के साथ एक इंटरव्यू में मामा के नाम से प्रसिद्द शिवराज सिंह ने ये बातें कही.
ये पूछे जाने पर कि ये चुनाव पिछले 3 चुनावों से किस तरह अलग है? तो मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव और पिछले चुनावों के कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि 2008 में कहा गया था कि भाजपा हारेगी लेकिन हमने 143 सीटें हासिल की और सत्ता में वापस आएं। ‘कांग्रेस के पास हमारे पिछले 15 सालों के विकास का मुकाबला करने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।’
शिवराज सिंह ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान एक बार भी राम मंदिर का जिक्र नहीं किया। तो इस सवाल पर शिवराज कहते हैं कि ‘मध्य प्रदेश में मंदिर से ज्यादा बड़ा मुद्दा है विकास। मंदिर की भी अपनी जगह है। लेकिन हम जनता के सामने अपने पिछले विकास को ले कर जा रहे हैं और आने वाले सालों में और विकास का रोडमैप ले कर जा रहे हैं।
प्रदेश में रोजगार के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 10 लाख रोजगार देंगे और सत्ता में वापस आते ही इस दिशा में काम करना शुरू कर देंगे।
कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व के सवाल पर शिवराज सिंह ने कहा कि ये मध्य प्रदेश में कोई मुद्दा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘मैं राजनीति और धर्म को एक साथ नहीं मिलाता। धर्म एक व्यक्तिगत मामला है। धर्म के प्रति आस्था दिल में होती है। इसे सब के सामने दिखाना मेरी राजनीति नहीं है।’
मध्य प्रदेश में 28 नवम्बर को वोट डाले जाएंगे जबकि 11 दिसंबर को चुनाव परिणाम की घोषणा की जायेगी