पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू रोजाना नए बयान देकर विवादों को न्योता देते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के दौरे से वापस आने के बाद कहा था कि उनके कप्तान राहुल गाँधी है, वो वहीँ जाते हैं जहां राहुल गाँधी कहते हैं। सिद्धू के इस बयान पर चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेरे कप्तान बोलना को मुद्दा नहीं है क्योंकि नवजोत ने हमेशा मेरे साथ पितातुल्य व्यवहार किया है। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को अपना पसंदीदा व्यक्ति बताया जिनके रहते उन्हें सरकार चलाने में जरा भी तकलीफ नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे नवजोत के माता पिता के साथ गहरे ताल्लुकात हैं और मीडिया की ख़बरों से वह जरा भी प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि सिद्धू एक बेबाक व्यक्ति है, दिक्कत यह है कि वह कभी-कभी सोचने से पहले ही बोल जाते हैं।
उन्होंने कहा था कि करतारपुर गलियारे को खुलवाना पाकिस्तान की सेना की साजिश है। उन्होंने कहा कि सिद्धू के मामले को अनावश्यक रूप से उठाया जा रहा है और इसे मुद्दा बनाने वालों को आईएसआई की साजिश का भान नहीं है। अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को कहा था कि पाकिस्तान के करतारपुर गलियारे के शिलान्यास समारोह में शरीक न हो लेकिन इमरान खान के साथ पुराने याराना के कारण मंत्री उस समारोह में शरीक हुए थे।
ख़बरों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू के लगातार चुनाव प्रचार के कारण उनकी आवाज जाने का खतरा बना हुआ है। जिसके लिए वह अज्ञात स्थान पर कुछ दिन व्यतीत करने के लिए गए हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर गलियारे को खोलने की पहलका पूरा श्रेय पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान को दिया था। इस समारोह में भारत सरकार के दो केंद्रीय मंत्री भी शरीक हुए थे।