पाकिस्तान में भ्रष्टाचार रोधी प्रयासों में वृद्धि के बावजूद वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2019 में उसकी रैंकिंग तीन पायदान नीचे खिसक गई है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा गुरुवार को 180 देशों के संदर्भ में जारी की गई भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) में पाकिस्तान का स्थान पिछले वर्ष की तुलना में तीन पायदान गिरकर 120 पर पहुंच गया है।
डॉन ने गुरुवार को जारी आंकड़ों के हवाले से कहा कि शून्य (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत साफ) के पैमाने पर पाकिस्तान का स्कोर 32 रहा। वर्ष 2018 के सूचकांक में यह 33 था। यह वैश्विक औसत 43 से काफी नीचे है।
सीपीआई 180 देशों और क्षेत्रों को उनके सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तरों के आधार पर 13 विशेषज्ञ मूल्यांकन और व्यावसायिक अधिकारियों के सर्वेक्षणों के आधार पर रैंकिंग करता है।
सीपीआई 2019 में पाकिस्तान के स्कोर को एक अंक कम करने पर स्पष्टीकरण देते हुए डॉन ने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल पाकिस्तान (टीआईपी) के अध्यक्ष सोहेल मुजफ्फर के हवाले से कहा, “ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल सचिवालय ने समझाया कि कई देशों ने इस साल अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।”
कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन और डेनमार्क सहित कई विकसित देशों ने पिछले साल की तुलना में कम स्कोर हासिल किया है। हालांकि, डेनमार्क ने सीपीआई 2019 में पहली रैंक हासिल की है।
इस सूचकांक पर 16 स्कोर के साथ अफगानिस्तान सबसे भ्रष्ट देश रहा। वहीं एशिया-प्रशांत के लिए औसत स्कोर 100 में से 45 था।