मध्य प्रदेश की राजधानी में महाविद्यालयों के अतिथि विद्वान नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। बीती रात उनके पंडाल में असामाजिक तत्वों ने आग लगा दी। इस अग्निकांड में हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अग्निकांड की जांच की मांग की है।
राज्य के शहजहांनी पार्क में महाविद्यालयों के अतिथि विद्वान बीते 35 दिनों से धरने पर है। रात में इसी पंडाल में आंदोलनकारी सोते हैं। बीती रात अज्ञात युवकों ने पंडाल के एक हिस्से में आग लगा दी। पंडाल के अंदर जाग रहे कुछ आंदोलनकारियों ने जैसे ही आग देखी, वे उसे बुझाने में जुट गए।
आंदोलनकारियों का कहना है, “चार से पांच युवक नकाबपोश थे और आग लगाने के बाद वे भाग गए। वह तो हम लोग जाग रहे थे, इसलिए समय रहते आग बुझा ली गई, नहीं तो आग विकराल रूप ले सकती थी और नुकसान भी हो सकता था। क्योंकि पंडाल में आंदोलनकारी महिलाएं अपने बच्चों के साथ थीं।”
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अग्निकांड की जांच की मांग करते हुए ट्वीट किया, “सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर भोपाल में पिछले 35 दिनों से इस सर्द मौसम में धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों के पंडाल में आग लगा दी गई, ताकि इनकी आवाज को दबाया जा सके। प्रदेश में जायज मांगों और हक के लिए लड़ना भी अब शायद अपराध है। मुख्यमंत्री कमलनाथ इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाएं।”