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    naidu hunger strike

    आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य को ‘विशेष राज्य’ का दर्जा दिलवाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली के आंध्र प्रदेश भवन पर भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है।

    वो इस समय केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत किए गए वादों को पूरा करने की माँग को लेकर धरने पर बैठे हैं।

    चंद्रबाबू का कहना है कि इस मामले में राज्य के साथ धोखा हुआ है और वो इस माँग से पीछे नहीं हटेंगे।

    नायडू आज सोमवार को राजधानी में बने आंध्र प्रदेश भवन में धरना देने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके साथ पार्टी के सभी एमएलए और सरकार के सभी मंत्री शामिल होंगे-

    भूख हड़ताल पर बैठने के पहले चंद्रबाबू राजघाट पर महात्मा गांधी और आंध्र प्रदेश भवन में भीम राव अंबेडकर को श्रद्धांजलि देंगे।

    इसके पहले भी नायडू आंध्र प्रदेश के 11 जिलों में धरने का आयोजन कर चुके हैं।

    इसी के साथ ही चन्द्रबाबू नायडू ने भाजपा की केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा ना देने के चलते ‘राजधर्म’ से मुकरने का आरोप लगाया है।

    चंद्रबाबू ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘यदि राज्य को विशेष दर्जा नहीं दिया गया तो हमें पता है कि हमें हमारा हक़ कैसे लेना है। यह आंध्र प्रदेश के लोगों के एटीएम सम्मान कि बात है।’

    आज चन्द्रबाबू के समर्थन में कॉंग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फ़ारूख अब्दुल्ला व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जुडने की संभावना है।

    चन्द्र बाबू के समर्थन में आंध्र प्रदेश से बड़ी संख्या में लोगों के पहुँचने की संभावना है। इसके लिए राज्य सरकार ने दो विशेष ट्रेनों का भी इंतजाम किया है।

    मुख्यमंत्री चन्द्र बाबू नायडू ने धरणे पर जाने से पहले राष्ट्रपति को अपनी माँग से संबन्धित एक ज्ञापन भी सौपा है।

    गौरतलब है कि चंद्रबाबू नायडू इस वक़्त विपक्ष के साथ मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए को कड़ी चुनौती देने की तैयारी में व्यस्त हैं।

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