केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने गुरूवार को श्रीनगर यात्रा के दौरान कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही तीन हवाई अड्डों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरे देश में करीब 150 से अधिक ऐसे हवाईअड्डे देखने को मिलेंगे जहां से उड़ानों का संचालन किया जाएगा।
सिन्हा ने कहा कि भारत अगले कुछ ही सालों में विमानन सेक्टर में अमेरिका और चीन से भी आगे होगा। उन्होंने कहा कि विमानन उद्योग भारतीय रेलवे और दूरसंचार उद्योग के बराबर कारोबार कर रहा है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में विमानन करोबार की कुल आय करीब 1.8 लाख करोड़ रूपए दर्ज की गई है।
राज्य मंत्री सिन्हा ने यह भी घोषणा की कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर रात में विमान लैंडिंग की सुविधा जल्द ही मुहैया कराई जाएगी। इस हवाई अड्डे से अगले 6 महीनों में दुबई और कुवालालमपुर के लिए सीधी उड़ानों का परिचालन शुरू हो जाएगा। सिन्हा ने कहा कि घाटी में पयर्टन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अहमदाबाद, बैंगलोर, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों से भी श्रीनगर के लिए सीधी उड़ानों का संचालन किया जाएगा।
दरअसल भाजपा नेता खालिद जहांगीर के नेतृत्व में संसाधन विकास और शिक्षा के लिए काम करने वाले फाउंडेशन द्वारा आयोजित समारोह को राज्य मंत्री सिन्हा ने संबोधित किया। इस समारोह को जम्मू-कश्मीर के वित्त मंत्री हसीब डारबु ने भी संबोधित किया।
इस दौरान सिन्हा ने वादा किया कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर ताजा फूलों और फलों के स्टोरेज के लिए सरकार जल्द ही विशेष कार्गो सुविधा देने जा रही है।
उन्होंने कहा कि घाटी में पयर्टन, बागवानी तथा हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे राज्य को हजारों करोड़ रूपयों की आमदनी हो सकेगी। जयंत सिन्हा ने कहा कि चूंकि जम्मू-कश्मीर एक बेहद खूबसूरत राज्य है, अत: श्रीनगर में एक कल्चरल फैशन शो का आयोजन कर हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा दिया जा सकता है।
जिससे अंतरराष्ट्रीय फैशन उद्योग निवेश करने के लिए आकर्षित होगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक बाइक तथा कार संयंत्र राज्य में स्थापित होने वाले भविष्य के उद्योग होंगे। उन्होंने बढ़ते विमानन उद्योग के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मौजूदा समय में भारत में विमान से यात्रा करने वालों की संख्या 20 करोड़ है, जबकि अगले 15-20 साल में यह संख्या बढ़कर करीब 1000 करोड़ हो जाएगी।
सिन्हा ने कहा कि आने वाले सालों में देश में 150 से 200 हवाइअड्डों से उड़ानों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे यहां विभिन्न एयरलाइंस के करीब 500 विमान उड़ान भरते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी कुछ ही सालों में यह संख्या बढ़कर 2000 हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश की एयरलाइंस करीब 1.8 लाख करोड़ का कारोबार कर रही हैं, जोकि भारतीय रेलवे और दूरसंचार उद्योग के बराबर है। जम्मू-कश्मीर के वित्त मंत्री हसीब डारबु ने कहा कि निजी निवेश की कमी के चलते राज्य के कारोबारों में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है, जबकि मामले पर ध्यान देने की जरूरत है।