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    पीयूष गोयल

    देश के विकास में बुनियादे ढाँचे का महत्त्व बताते हुए पीयूष गोयल ने शुक्रवार को बताया की भारत विश्व के सभी देशों में से सबसे तेज़ हाईवे निर्माता है। यहाँ रोज़ 27 किमी लम्बे हाईवे का विकास किया जाता है।

    पीयूष गोयल का बयान :

    शुक्रवार को पीयूष गोयल द्वारा अंतरिम बजट पेश किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के आवंटन की घोषणा की। इसके साथ साथ उन्होंने सरकार की नयी योजनाओं के बारे में बताया जिसमें विभिन्न कर छूट की घोषणा की गयी। इसी बीच पीयूष गोयल ने यह बताया की इंफ्रास्ट्रक्चर या बुनियादी ढाँचे के विकास के कारण देश का तेज़ विकास हुआ है और एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है।

    सरकारी योजनाओं को सराहा :

    देश के विकास के लिए सरकार द्वारा लागू की गयी विभिन्न योजनाओं की पीयूष गोयल ने तारीफ़ की। उन्होंने सरकार द्वारा बोगिबील पुल, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जैसी योजनाओं को सराहा और बताया की भूमि पर ही नहीं सरकार की योजनाओं का जलमार्गों पर भी असर देखा गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने सरकार की सागरमाला परियोजना पर चर्चा की।

    इन योजनाओं का बढ़ाया गया आवंटन :

    गोयल ने अपने बजट भाषण में यह भी कहा कि 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए जो भारत बनने की इच्छा रखता है, भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। आयात में कटौती के लिए, उन्होंने कहा कि वैकल्पिक ईंधन पर तनाव दिया गया है और भारत इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से परिवहन क्रांति के माध्यम से दुनिया का नेतृत्व करेगा। 

    इसके चलते लोगों के जीवन के स्तर में सुधार लाने के लिए सरकार द्वारा प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना में पिछले साल के 15,500 करोड़ से इस साल 19000 करोड़ आवंटित किये गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कों का निर्माण प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तीन गुना हो गया है। पीएमजीएसवाई के तहत कुल 17.84 लाख बस्तियों में से 15.8 लाख पक्की सड़कों से जुड़ गई हैं।

    देश में एअरपोर्ट की संख्या पहुंची 100 :

    बजट के दौरान रेल मंत्री ने यह भी बताया की सिक्किम में एअरपोर्ट बन्ने के बाद देख में एअरपोर्ट की कुल संख्या 100 हो गयी है। सरकार ऐसी विभिन्न परियोजना से लगातार रोजगार बढाने की कोशिश कर रही हैं।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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