पाकिस्तान ने भारत द्वारा किये गए हवाई हमले में 15 पेड़ो को गिराये जाने का दावा किया है। पाकिस्तान ने कहा कि भारत द्वारा गिराए गए पेड़ों की शिकायत वह यूएन में करेंगे। रयुटर्स के मुताबिक पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री मलिक आमीन असलम ने कहा कि भारत के विमानों ने हमारे जंगलों को क्षति पंहुचाई हैं। यह एक टेररिज्म हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस बात की जांच कर रही है कि कितना नुकसान भारत के विमानों ने हमारा किया है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि इस एयर स्ट्राइक में बालाकोट में मौजूद कुछ घर टूटे है और एक व्यक्ति घायल हुआ है।
पाकिस्तान ने दावा किया है कि इस हवाई हमले में केवल 15 पेड़ों को नुकसान हुआ है। इसमे किसी की मौत नही हुई है। भारत के मुताबिक जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविरों को तबाह करने के लिए बालाकोट में हमला किया गया था। इसमें करीब 300 आतंकियों को मारा गया था।
पाकिस्तान ने ओआईसी के महासचिव को पत्र लिखकर इस सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी दी थी। हालाँकि इस्लामाबाद ने इस बाद कहा कि वह इस संगठन का संस्थापक सदस्य है और इस नाते वह इस कार्यक्रम में शरीक होगा व अपना पक्ष रखेगा।
विदेश मंत्री को यूएई के विदेश मंत्री एचएन शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नाहयान ने बतौर मुख्य अथिति के तौर पर निमंत्रण दिया था। सुषमा स्वराज ने वैश्विक मंच से कहा कि दुनिया आज आतंकवाद की परेशानी झेल रही हैं और आतंकी संगठनों के वित्तपोषण पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने बगैर किसी देश का नाम लिए कहा कि भारत लंबे समय से आतंक से जूझ रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा कि आज के युग में भारत आतंकवाद से जूझ रहा है। आतंक का दंश और दायरे में रोजाना वृद्धि हो रही है। आज के दौर में आतंकवाद और अतिवाद नए आयाम छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पनाह देने पर रोक लगनी चाहिए। आतंकी समूहो की फंडिग पर रोक लगनी चाहिए।