एक रिपोर्ट के हवाले से ये खबर आई है कि वर्ष 2019 में भारत में मिलने वाली सैलरी में 10 फीसदी का इजाफ़ा हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो ये पूरे एशिया प्रशांत क्षेत्र में होने वाले इजाफे की तुलना में सर्वाधिक होगी।
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में भी वेतन वृद्धि हुई थी। देश में स्थिर माहौल को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है अगले वर्ष भी वेतन वृद्धि संभव है।
उत्पादन के क्षेत्र में वेतन में लगभग 10 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। वहीं बैंकिंग क्षेत्र में यही वृद्धि 9.6 प्रतिशत देखने को मिल सकती है, जहाँ 2017 में ये वृद्धि 9.1 प्रतिशत थी। बैंकिंग क्षेत्र में इस वृद्धि का कारण बेहतर प्रदर्शन को माना जा रहा है।
मल्टी नेशनल कंपनियों में करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हालाँकि खासकर भारतीय कंपनियां अपने वित्तीय प्रदर्शन को देखते हुए अधिक वेतन वृद्दि नहीं करना चाहती हैं।
रिपोर्ट की माने तो टॉप या औसत से ऊपर का प्रदर्शन करने वाली कंपनियों ने सैलरी में औसतन 42.6 फीसद का इजाफा किया है। इनके द्वारा सैलरी वृद्दि के लिए औसतन 17 प्रतिशत का बजट निर्धारित किया गया है।
माना जा रहा है आने वाले 12 महीनों में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले सेक्टरों में वेतन वृद्दि तकनीकी में 48 प्रतिशत, इंजीनियरिंग में 45 प्रतिशत, आईटी में 39 प्रतिशत और मार्केटिंग में करीब 15 फीसदी रह सकती है।