पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ कृष्णमाचारी श्रीकान्त के अनुसार वर्तमान वन डे सिरीज़ में भारतीय टीम को फाफ डु प्लेसिस की गैरमौजूदगी में कम से कम 5-1 से जीतना चाहिए। एक प्रमुख अखबार में श्रीकांत के लेख की मानी जाए तो फाफ डु प्लेसिस और ए बी डिविलियर्स के चोटिल हो जाने के बाद भारतीय दल को सिरीज़ जीतने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिये। श्रीकान्त दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाज़ी को साधारण से कुछ ऊपर ही मानते हैं और डु प्लेसिस के बाहर होने के बाद उनके ख्याल में अब भारत के लिए कोई प्रतियोगिता नहीं बची है।
1983 में हुए विश्वकप के अंतिम मुकाबले में भारत की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले के श्रीकान्त के अनुसार, “जितना सोच था, उस से कहीं ज़्यादा आसान साबित हुआ पहला मैच जीतना। यहां पर स्पिनर्स की तारीफ की जानी चाहिए, कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल बेहतरीन तरह से गेंद को घुमाते हैं।” श्रीकान्त ने दोनों गेंदबाजों के प्रदर्शन को काफी सराहा और भारतीय कप्तान कोहली की भी बहुत प्रशंसा की।
दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट सिरीज़ जीत के बाद सब को लग रहा था कि भारत को वन डे सिरीज़ में काफी मशक्कत करनी होगी, मगर सारी गणित उल्टी हो गई जब कोहली ने पिच पर अपना हुनर दिखाते हुए न सिर्फ विरोधी टीम के हाथों से जीत छीनी, बल्कि उनको बुरी तरह से एक्सपोज़ करते हुए यह भी सामने ला दिया की दक्षिण अफ्रीका की ताकत सिर्फ टेस्ट तक ही सीमित है।