भारत और श्रीलंका ने गुरूवार को 9.126 करोड़ डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं और यह 130 किलोमीटर का रेलवे प्रोजेक्ट द्वीपीय राष्ट्र को माहो से ओमानथाई शहर से जोड़ेगा। यह समझौता भारतीय रियायत वित्तीय स्कीम के तहत आईआरसीओएन इंटरनेशनल लिमिटेड और श्रीलंकाई सरकार के बीच हुआ है। यह बयान कोलोंबो में भारतीय उच्चायोग ने जारी किया है।
इस समझौते में 12 क्रासिंग स्टेशन, सात ठहराव स्टेशन और 78 लेवल क्रासिंग स्टेशन माहो और ओमानथाई के बीच में हैं। यह प्रोजेक्ट रेलवे ट्रैक की गति को दोगुना कर देगा, यह 60 किलोमीटर से इसे 120 किलोमीटर कर देगा और साथ ही रखरखाव का खर्चा भी कम कर देगा।
साथ ही यह यात्रियों का सफ़र के अनुभव को सुधार देगा और श्रीलंकन रेलवे के आधुनिकरण में योगदान देगा। बयान में कहा कि “कॉन्ट्रैक्ट समझौते पर चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील कुमार चौधरी, आईआरसीओएन इंटरनेशनल लिमिटेड और श्रीलंका के परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव एलपी जयम्पथी ने हस्ताक्षर किये थे। इस दौरान श्रीलंका के परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री अर्जुन रणतुँगा भी मौके पर मौजूद थे।”
भारत ने श्रीलंका के रेलवे में सुधार के लिए 1.3 अरब डॉलर देने का वादा किया था। दशकों के संघर्ष के बाद यह रेलवे लाइन उत्तर और दक्षिण को जोड़ेगी और यह भारतीय रियायत वित्त के कारण सम्भव होगा।
भारत के लाइन ऑफ़ क्रेडिट के तहत सूनामी से प्रभावित दक्षिणी रेलवे लाइन को भी अपग्रेड किया गया है। भारत ने 300 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक में सुधार किया है और श्रीलंका में 330 किलोमीटर आधुनिक सांकेतिक और टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम को मुहैया किया है।