भारत और रूस के मध्य हुए सालाना सम्मेलन में दोनों राष्ट्रों ने भारत रूस संबंधों की गांठ को और मज़बूत कर लिया है। इस सम्मेलन में भारत ने रूस के साथ आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किये।
भारत में नियुक्त रुसी राजदूत ने कहा कि रूस और पाकिस्तान के सम्बन्ध कभी भारत के लिए परेशानी का सबब नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा भारत रूस का महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार और लम्बी रेस का साथी है।
रुसी राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान के साथ मास्को के सम्बन्ध मात्र क्षेत्रीय स्थिरता में सहयोग के लिए है। उन्होंने कहा कि यह रिश्ते पाकिस्तान की स्थिरता को बनाये रखने और आतंकवाद को ख़त्म करने के प्रयास के लिए है।
रुसी राजदूत ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत और रूस के रिश्ते बेहद पारदर्शी है। हम एक स्थिर पाकिस्तान चाहते हैं और ये विचार भारत का है। उन्होंने कहा पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास केवल आतंकवाद पर लगाम कसने के लिए है, इससे ज्यादा कुछ नहीं है।
रुसी राजदूत ने भारत और पाकिस्तान के सैन्य सहयोग की तुलना करते हुए कहा कि लगभग फीकी तुलना है। उन्होंने कहा पाकिस्तान को क्षेत्रीय मुख्यधारा में लाने के लिए कुछ नया होना जरूरी है। उन्होंने कहा पाकिस्तान को आतंकवाद के निपटान के लिए अधिक निवेश करने के लिए राज़ी करना बेहद मत्वपूर्ण है।
रुसी राजदूत ने कहा कि मास्को का कोई भी समझदार इंसान ऐसा नहीं कहेगा की भारत के साथ सम्बन्धो को ताक पर रखकर पाकिस्तान के साथ रिश्तों को बढ़ाया जाए, यह नामुमकिन है।
रुसी राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान का एससीओ (संघाई सहयोग संघठन) में शामिल होना दर्शाता है कि उसके प्रयास सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए कोई चिंताजनक विषय नहीं है। भारत के साथ रूस के लम्बी अवधि तक चलने वाले रणनीतिक रिश्ते हैं।