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    सिंगापुर/मुंबई, 9 जुलाई (आईएएनएस)| क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को कहा कि पूरे बजट 2019-20 में कम घाटे के लक्ष्य के बावजूद भारत को राजकोषीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

    मूडीज ने अपने वित्तवर्ष 2019-20 के बजट विश्लेषण में कहा कि भारत के लिए कमजोर विकास संभावनाएं सरकार के राजकोषीय प्रयासों को जटिल बनाएगी, जो स्वायत्त ऋण की गुणवत्ता पर भारी पड़ेगा।

    क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने कहा, “इसके साथ ही राजकोषीय बढ़ोतरी और आय में बढ़ोतरी करना भारत के अधिकारियों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। एजेंसी ने माना, खासकर आने वाले वर्ष में वृद्धि कमजोर रहने की संभावना है।”

    फरवरी में अधिकारियों ने जो भविष्यवाणी की थी, उसके मुकाबले 5 जुलाई को पेश किए गए पूर्ण बजट ने वित्त वर्ष 2019 के लिए जीडीपी के 3.3 प्रतिशत के कम घाटे को लक्षित किया।

    रिपोर्ट के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, गैर-बैंक वित्त कंपनियों (एनबीएफसी), बुनियादी ढांचा क्षेत्र, घरेलू उत्पादकों आदि के लिए बजट घोषणाएं सकारात्मक हैं।

    एजेंसी ने कहा, “कुछ आयातित उत्पादों पर सीमा शुल्क में बढ़ोतरी से घरेलू उत्पादकों की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जबकि किफायती घरों की खरीद के लिए नए प्रोत्साहन भारतीय संपत्ति डेवलपर्स के लिए सकारात्मक होंगे।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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