पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में ‘जवाब देने का अधिकार’ के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाया कि अनुदार भारत में अब मतभेदों के लिए को जगह नहीं है। उन्होंने कहा की आरएसएस, भाजपा का कर्ता-धर्ता है।यह संघ फासीवाद को बढ़ावा देता है।
सुषमा स्वराज के पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर आईना दिखाने के बाद इस्लामाबाद ने जहर उगला है। यूएन में पाकिस्तानी सचिव ने कहा कि हमारे इलाके में आतंकवाद की वजह आरएसएस की फासीवाद प्रणाली है। उन्होंने कहा भारत के सबसे बड़े चेहरे उत्तर प्रदेश में हिन्दू राष्ट्रवाद फलता फूलता है।
यूपी के हिन्दू देशभक्त अपने धर्म को सर्वोपरी मानते हैं और हिंदू धर्म की पैरवी करते हैं। उन्होंने कहा यूपी ने अल्पसंख्यकों को सार्वजानिक स्थानों पर कथित हिन्दू राष्ट्रवादियों द्वारा पीटा जाता है और सरकार के मुखिया इसका समर्थन करते हैं। यूएन में भारत के आंतरिक मुद्दों पर प्रहार कर पाकिस्तान ने भारत की दुखती नस पर हाथ रखा है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में एप्पल कंपनी के अधिकारी विवेक तिवारी की पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ओर इशारा करते हुए पाकिस्तानी सचिव ने कहा कि असम में बंगाली समुदाय बेघर हो गया है। जिस देश में आलाकमान नेता नागरिकता के अधिकार को नकारते हुए बंगालियों पर जुल्म ढा रहे हैं, उन्हें घुश्पेठिये कहकर राज्य से निकलने का फरमान जारी कर रहे है और मस्जिदों पर गाज गिरा रहे हैं उन्हें दूसरों को उपदेश देने के कोई अधिकार नहीं है।
पाकिस्तान के शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि साल 2014 में हुए क्रूर पेशावर हमले के पीछे भारत का मकसद दहशत फैलाने का था। जिसका जवाब देते हुए यूएन में भारत के सचिव ने कहा था कि इस दिलदेहला देने वाले हत्याकांड में मासूम बच्चों की मृत्यु से भारत को दुख और पीड़ा हुई है। भारत की संसंद से मृतकों की स्मृति को सहेजते हुए उनके सम्मान में एकजुटता दिखाई थी। भारत के सभी स्कूलों में मृतकों की शांति में दो मिनट का मौन रखा गया था।
पाकिस्तान के आतंकवाद से लड़ने के दावे के बाबत भारत ने पूछा था कि क्या पाकिस्तान ये मानने से इनकार करता है कि आतंकी हफीज सईद उनके मुल्क में बगैर बंदिशों के घूम रहा है और चुनाव के लिए उमीदवारों की सूची तैयार कर रहा है।