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    अरुण जेटली स्वास्थ्य स्कीम

    भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर कल वित्त मंत्री अरुण जैटली ने बड़ा बयां दिया। जेटली ने कहा कि भारत ने 1962 के युद्ध से सबक लिया है और अब सेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार है। जेटली ने कहा कि हमारी ताकत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1962 के बाद सेना ने सभी युद्ध जीतें हैं।

    आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच करीबन दो महीने से सीमा पर टकरार है। इस बीच दोनों तरफ से आये दिन बयानबाजी हो रही है। कल ‘भारत छोडो आंदोलन’ की 75वी वर्षगाँठ पर वित्त मंत्री ने सीमा विवाद पर कड़ा बयां दिया। जेटली ने कहा कि, ‘1962 में चीन के साथ हुए युद्ध से हमने सबक लिया है कि हमारे सुरक्षा बलों को पूरी तरह तैयार रहना होगा। तैयारियों का परिणाम हमें 1965 और 1971 में देखने को मिला। हमारी सेनाएं मजबूत होती गई हैं।’

    जेटली ने आगे कहा कि, ‘कुछ लोग हमारे देश की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ मंसूबा रखते हैं लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे बहादुर सैनिक हमारे देश को सुरक्षित रखने में सक्षम हैं, चाहे पूर्वी या पश्चिमी सीमा पर जो भी चुनौती हो।’ जाहिर है डोकलाम में सीमा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है और चीन की तरफ से आये दिन भारत के लिए धमकियाँ आ रहे है। कभी चीन अपने अख़बार के जरिये तो कभी वीडियो के जरिये भारत ओर विवादित बयां दे रहा है।

    भारत-चीन सीमा विवाद

    रक्षा मंत्री जेटली ने आतंकवाद पर भी शिकंजा कसा। जेटली ने कहा कि आतंकवाद की वजह से देश को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। इसके चलते देश ने दो प्रधानमंत्रियों को भी खोया है जिनमे इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी शामिल हैं। जेटली के शब्दों में, ‘इन परिस्थितियों में पूरे देश को एकसुर में बोलना चाहिए कि हम कैसे देश के संस्थानों को और मजबूत कर सकते हैं और आतंकवाद के खिलाफ कैसे लड़ सकते हैं’।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।