भारत में कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो अबे ने बुलेट ट्रेन की नीव रखी। इस दौरान मोदी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिए जापान ने 88000 करोड़ का लोन भारत को दिया है जिसपर 0.1 फीसदी ब्याज दिया जाएगा। एक तरीके से देखें, तो यह भारत के लिए फ्री प्रोजेक्ट है।
अहमदाबाद से मुंबई जाने वाले इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में लगभग 1 लाख करोड़ का खर्चा आएगा। इसमें जापान ने लगभग 81 फीसदी खर्च उठाने की बात कही है। जापान से मिले इस लोन को भारत अगले 50 सालों में चूका सकता है। मोदी ने कहा कि अबे एक ऐसे मित्र हैं, जो किसी भी बैंक से भी बड़े हैं।
बुलेट ट्रेन पर बोलते हुए मोदी ने कहा, ‘बुलेट ट्रेन भारत का भविष्य है। इसके आने से विकास में तेजी आएगी। लोग एक जगह से दूसरी जगह जल्दी पहुँच सकेंगे। जिससे सभी काम तेजी से होंगे।
इस दौरान मोदी ने अबे के लिए कहा, ‘यह बुलेट ट्रेन जापान द्वारा भारत के लिए एक सौगात है। मैं चाहता हूँ कि 2022 में जब भारत आज़ादी के 75 साल मनाये, तब मैं और अबे बुलेट ट्रेन में सफर करें।’
बुलेट ट्रेन का काम पूरा होने के लिए 2023 तक का समय निश्चित किया गया है। लेकिन मोदी ने कहा कि अगर जापान चाहे तो यह काम एक साल पहले यानी 2022 में भी हो सकता है।
नरेंद्र मोदी और शिंजो अबे ने कल एक बटन दबाकर इस प्रोजेक्ट के शुरू होने की घोषणा की। जापान से आये इंजीनियर ने इसपर काम करना शुरू कर दिया है।
भारत में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर चर्चा आज से 10 साल पहले शुरू हो गयी थी। लेकिन इस काम में तेजी मोदी सरकार के आने के बाद से हुई। 2014 लोक सभा चुनावों में मोदी ने गुजरात को मुंबई से तेज गति की ट्रेन से जोड़ने की बात कही थी।