मालदीव के राजनीतिक संकट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने बयान दिया है। सिन्हा ने भारत सरकार को मालदीव मुद्दे का समाधान करने व तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
सिन्हा के मुताबिक मालदीव के राजनीतिक संकट ने भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बना दिया है क्योंकि भारत व मालदीव के बीच दूरी होने से चीन ने अपनी मौजूदगी को बढ़ा लिया है। आगे कहा कि भारत सरकार को इस मुद्दे पर मूक दर्शक बनकर नहीं रहना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में संवाददाताओं को बोलते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि भारत सरकार को राजनियक व गैर-राजनियक विकल्प का इस्तेमाल करके मालदीव संकट को खत्म करना चाहिए। मालदीव मे जो भी कुछ भी हो रहा है उसका प्रभाव भारत पर भी पड़ता है।
मालदीव से ज्यादातर लोग आईएसआईएस में शामिल हो रहे है। इससे भारत की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। मालदीव हमारा निकटतम पड़ोसी देश है।
जब सिन्हा से पूछा गया कि क्या भारत को मालदीव में सैन्य विकल्प पर विचार करना चाहिए। इस पर सिन्हा ने कहा कि यह भी एक विकल्प हो सकता है। लेकिन भारत सरकार को अपना विकल्प सावधानी से चुनना चाहिए।
हमें कोई भी कार्य करने से पहले किसी राष्ट्र से नहीं पूछना चाहिए जैसे बांग्लादेश मामले मे हमने किया था। यदि भारत कोई कार्य करता है तो दुनिया से हमे सम्मान प्राप्त होता है।
यशवंत सिन्हा ने चीन पर चिंता जताते हुए कहा कि उसने पहले ही मालदीव के 17-18 द्वीपो पर कब्जा कर लिया है। जो आने वाले समय मे भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
भारत को इस मामले मे मूक दर्शक बनकर नहीं रहना चाहिए। भारत को अब मालदीव के साथ निर्णायक कार्यवाही करनी चाहिए।