संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुएट्रेस ने सोमवार को भारत में बाढ़ के कारण लोगो की मृत्यु और विस्थापन के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की है। भारत के कई हिस्सों में निरंतर मुसलाधार बारिश हुई है। महासचिव के प्रवक्ता ने कहा कि “महासचिव लोगो की मौत और बाढ़ के कारण लोगो के विस्थापन से और भारत में निरंतर बारिश से काफी दुखी हैं।”
बाढ़ प्रभावित लोगो को किया विस्थापित
प्रवक्ता ने पीड़ितो की हालत में जल्द सुधार की कामना की है। प्रवक्ता ने कहा कि “यूएन के महासचिव ने पीड़ितो के परिवारों के प्रति संवेदना और एकजुटता को व्यक्त किया है। संयुक्त राष्ट्र विभागों के साथ कार्य करने के लिए तैयार है। इस मानसून के मौसम में मानवीय जरूरतों को मुहैया करना चाहिए।”
सोमवार को भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से फ़ोन पर बाढ़ से बचाव के कारणों पर चर्चा की थी और उन्हें हर संभावित मदद मुहैया करने के लिए आश्वस्त किया था। राज्य में बारिश से सम्बंधित घटनाओं में 29 लोगो की मौत हो गयी है।
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फाॅर्स ने बिहार के 14 जिलो में 19 टीमो की तैनाती की थी और महिलाओ, बच्चो, रोगियों और बुजुर्गो समेत 4000 लोगो को बचाया गया है और पटना के सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित कर दिया है। राज्य के विभिन्न जिलो में बारिश हुई थी।
भारी बारिश ने यातायात को भी प्रभावित किया था, लोगो को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए बेहद मशक्कत करनी पड़ रही है। उत्तर प्रदेश में भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है और इससे कई लोगो की मौत हुई है। इंडियन मेट्रोलोजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक, भारत में समान्य के स्तर से ऊपर की वर्षा हुई है और अधिकारिक तौर पर यह 30 सितम्बर को खत्म हो चुकी है।