भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये नई दिल्ली और काबुल के पाइपलाइन मित्रता प्रोजेक्ट और दोनो देशों को जोड़ने वाले रेल प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे।
इस प्रोजेक्ट की लागत अनुमानित 346 करोड़ है और इसे दो साल छह माह की समय सीमा में पूरा किया गया है।
यह 129 कि. मी. लंबी पाइपलाइन मित्रता प्रोजेक्ट भारत के सिलीगुड़ी इलाके से बांग्लादेश के पार्बतीपुर तक जुड़ेगा।
यह प्रोजेक्ट नरेंद्र मोदी सरकार का भारत और सार्क देशों को जोड़ने के लिए वर्ष 2014 में सकारात्मक दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम था।
इन प्रोजेक्ट को स्थापित करने का मकसद बॉर्डर पर पाइपलाइन रूट से प्राकृतिक गैस व उत्पादों की आवाजाही का विस्तार करना है।
इस कार्य की योजना बढ़ती ऊर्जा की मांग की पूर्ति के लिए पाइपलाइन का जाल बिछाया गया।
सार्क राष्ट्रों में नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, पाकिस्तान श्रीलंका और भारत शामिल है। आज के समारोह में ढाका-टोंगी-जयदेबपुर रेलवे लाइन का भी उद्धघाटन होगा।
510 कि.मी. के क्षेत्र में फैला रेलवे प्रोजेक्ट उत्तरी बांग्लादेश के विकास की रफ्तार को तेज करेगा।
आयोजन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शामिल नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों की दोस्ती तकनीक की वजह से नहीं बल्कि गहरी मित्रता के कारण है।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्य मे भारत ने काफी निवेश किया है जिसे वह बांग्लादेश की अवाम को सौंपते हैं।
दोनों देशों के दोस्ताना रिश्ते का व्याख्यान करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रोजेक्ट न सिर्फ बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा बल्कि भारत और बंगलादेश के संबंध को और गाढ़ा करेगा।
पीएम ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि रेलवे प्रोजेक्ट बांग्लादेश के राष्ट्रीय और शहरी यातायात को दुरुस्त करेगा। उन्होंने कहा यदि दो पड़ोसी सच्चे मन से ठान ले तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं। दोनों देशों ने बहुत कुछ हासिल किया है। जिसका श्रेय वह बांग्लादेश को देना चाहेंगे।
उन्होंने कहा यह प्रोजेक्ट बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा और अगले 10 दिनों में पांच प्रोजेक्ट लांच करेंगे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका से कहा कि दोनों देशों की यह प्रगाढ़ रिश्ते से दक्षिण एशिया को आर्थिक फायदा पहुंचेगा।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ये परियोजना दोनो देशों के संबंधों को लंबे समय तक मज़बूत रखेगी।