भारत और बांग्लादेश ने शुक्रवार को आतंकवाद और हिंसक चरम्पथ के खिलाफ जीरो टोलेरेंस दृष्टिकोण को दोहराया है और सुरक्षा सेक्टर में मज़बूत संबंधो ने दोनों देशो के बीच विशवास और आपसी भरोसे को बढाया है। आतंकवाद के किलाफ कार्रवाई की प्रतिबद्धता प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और उनकी बंगलादेशी समकक्षी शेख हसीना ने मिलकर की है।
भारत-बांग्लादेश मुलाकात
विदेश मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में नेताओं ने आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के खिलाफ जीरो टोलेरेंस की रणनीति को दोहराया है और दोनों देशो के बीच सुरक्षा में मज़बूत साझेदारी से विश्वास और आपसी भरोसे को बढाने पर रजामंद हुए हैं।” शेख हसीना ने नरेंद्र मोदी को बांग्लादेश की यात्रा के लिए आमंत्रित किया है और नरेंद्र मोदी ने इसे स्वीकार कर लिया है।
बयान में बताया कि “नरेंद्र मोदी को बंगलादेशी समकक्षी हसीना ने यंकी मुल्क की यत्रा के लिए आमंत्रित किया है और सुझाव दिया कि यह बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की वर्षगाँठ के दिन से संबंध में की जा सकती है। इस आमंत्रण को नरेंद्र मोदी ने स्वीकार कर लिया है।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इससे पहले कहा कि “यूएनजीए की बैठक का समापन भारत के सबसे करीबी मित्र के साथ मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने किया है। पीएम मोदी की बंगलादेशी समकक्षी शेख हसीना के सतह अदभुत मुलाकात रही थी।”
अमेरिका की एक सप्ताह की यात्रा के बाद पीएम मोदी वापस भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। उनकी वैश्विक नेताओं के साथ एक के बाद एक मुलाकाते थी। उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प से दो दफा मुलाकात की थी।
प्रधानमन्त्री को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने ग्लोबल गेटकीपर के अवार्ड से नवाजा है। यह अवार्ड भारत में स्वच्छता अभियान और स्वच्छ भारत अभियान के तहत सुधार के लिए दिया गया है। पीएम मोदी ने यूएन को संबोधित किया था जिसमे उन्होंने जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और कई महत्वपूर्ण मामलो को उठाया था।