पाकिस्तान के खिलाफ आगामी विश्वकप में भारत में मैच का बहिष्कार करने की मांग तेज होती दिख रही है। पिछले हफ्ते गुरुवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, उसके बाद से ही पाकिस्तान के खिलाफ हर संबंध खत्म करने की बात चल रही है। इन सबके बावजूद, 16 जून को मैनचेस्टर में भारत और पाकिस्तान के मैच की मांग बुखार की पिच तक पहुंच गई है।
आईसीसी ने खुलासा किया है कि मार्की इवेंट के टिकटों की उछाल इतनी अधिक है कि 25,000 सीटर ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम के लिए 400,000 लोगों ने आवेदन किया है। आईसीसी विश्व कप टूर्नामेंट के निदेशक स्टीव एलवर्थी ने खुलासा किया कि ऑस्ट्रेलिया और घरेलू टीम इंग्लैंड के बीच का खेल या लॉर्ड्स में फाइनल भी इतनी मांग में नहीं है जितना कि ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत पाकिस्तान लीग मैच।
एलवर्थी ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, ” भारत और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में टिकट लेने के लिए 400,000 आवेदक है जो एक अविश्वसनीय संख्या है। जबकि ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में 25,000 लोगो की जगह है जिससे कई क्रिकेट प्रशंसक नाराज है। यह सिर्फ स्थानीय स्तर पर है, लेकिन विश्व स्तर पर दर्शकों को भी है।”
एलवर्थी ने कहा, “उस (संख्या) को परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए, इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया 230-240,000 के आसपास था। और फाइनल में टिकटों के लिए लगभग 260-270,000 आवेदन थे। इसलिए भारत बनाम पाकिस्तान आपको इस मैच की मांग के लिए थोड़ा सा परिप्रेक्ष्य देता है। यह एक बड़ा खेल है। वे अंतिम मैच भी एक दूसरे को खेल सकते हैं, आप कभी नहीं जान सकते हैं।”
कई पूर्व और वर्तमान भारतीय क्रिकेटरों ने राउंड रॉबिन चरण के दौरान पाकिस्तान मैच का बहिष्कार करने की मांग की है। हरभजन सिंह चाहते हैं कि भारत विश्व कप में पाकिस्तान के साथ भिड़े नहीं, जबकि भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बुधवार को पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के साथ सभी खेल संबंधों को अलग करने का आह्वान किया।
इससे पहले आईसीसी के प्रमुख डेविड रिचर्डसन ने कहा था की आईसीसी विश्व कप शेड्यूल जैसा रखा गया है वैसा ही आगे बढे़गा और इसमे कोई बदलाव नही किए जाएंगे।