भारत बंद का उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के जिलों में बुधवार को कोई असर नहीं रहा। दुकानें खुली रहीं और यातायात परिवहन सुचारु रूप से चलते रहे। लेकिन कुछ बैकों में लेन-देन नहीं हो सका। भाकपा ने बांदा कलेक्ट्रेट परिसर में सांकेतिक प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा है।
कई मजदूर संघों द्वारा बुधवार को किए गए भारत बंद का बुंदेलखंड के बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर जिलों में कोई विशेष असर नहीं रहा। रोजाना की भांति दुकानें खुली रहीं और यातायात बहाल रहे। कुछ बैंकों में ग्राहकों को रुपयों के लेन-देन में दिक्कतें जरूर आईं, लेकिन यहां कोई भी मजदूर संघ या दलीय कार्यकर्ता सड़कों पर नहीं उतरा।
भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (भाकपा) के जिला सचिव श्याम सुंदर राजपूत और मजदूर नेता रामप्रवेश यादव की अगुआई में दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी 21 हजार रुपये प्रति माह, किसानों के सभी कर्ज माफ करने और मनरेगा में 300 दिन काम दिए जाने और उनकी मजदूरी 400 रुपये प्रतिदिन किए जाने की मांग की।
इसी ज्ञापन में सीएए और एनआरसी का विरोध किया गया है, साथ ही बांदा की कताई मिल व चित्रकूट बरगढ़ की ग्लास फैक्ट्री चालू करने की मांग भी शामिल की गई है।