पश्चिम बंगाल के मालदा जिला स्थित सुजापुर में ‘भारत बंद’ के दौरान क्रोधित प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को एक पुलिस वाहन में आग लगा दी और सुरक्षा बलों पर पत्थर व बम फेंके। वहीं पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर रबड़ की गोलियां और आंसूगैस के गोले दागे।
सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने उन प्रदर्शनकारियों पर भी लाठीचार्ज किया, जिन्होंने 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा भारत बंद के आह्वान पर एक राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया था। ट्रेड यूनियनों के साथ ही विभिन्न क्षेत्रीय स्वतंत्र महासंघों और संघों द्वारा 12 सूत्री मांगों के लिए दबाव डाला जा रहा है। इन मांगों में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को वापस लेना भी शामिल है।
कलियाचक पुलिस स्टेशन के कर्मियों ने जब बुधवार दोपहर राज्य की राजधानी कोलकाता से लगभग 350 कि.मी. उत्तर में सुजापुर में राष्ट्रीय राजमार्ग-34 पर एक सड़क नाकाबंदी को हटाने की कोशिश की तो यहां स्थिति बिगड़ गई।
पुलिस के अनुसार, हड़ताल समर्थकों ने हिंसक रूप से विरोध करते हुए पथराव किया और उन पर बम भी फेंके।
पुलिस ने पहले लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन वह प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने में विफल रहे। इस दौरान उग्र भीड़ ने एक पुलिस वाहन को आग लगा दी।
स्थिति बिगड़ने के साथ पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे और फिर रबड़ की गोलियां दागीं।
हिंसक घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।
–आईएएनएस